22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला के नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा से पहले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा कार सेवकों को लेकर दिए गए बयान पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।स्वामी प्रसाद ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर आंदोलन के कारसेवकों को अराजक तत्व बोलने के साथ कहा था कि अमन-शांति व संविधान की रक्षा के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने गोलियां चलवाई थीं। इस पर बुधवार को डिप्टी सीएम ने कहा कि इस प्रकार के बयान के लिए अखिलेश यादव की निंदा करता हूं। चूंकि उनके कोई भी नेता जो बोलते हैं वह केवल अखिलेश यादव का लिखा पढ़ते हैं, रट्टू तोता हैं, एक शब्द कम या ज्यादा नहीं बोल सकते। ऐसे समय में जब लंबे आंदोलन के बाद प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है तो इस प्रकार के बयान को मैं पूरी तरह से नकारता और धिक्कारता हूं।
बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के राम मंदिर को नफरतवादियों का मंदिर बताने वाले बयान पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भगवान श्रीराम का मंदिर, राष्ट्र का मंदिर है। वह राष्ट्रीय एकता के प्रतीक का मंदिर है। विश्व में बने दूसरे किसी भी धार्मिक स्थलों से ज्यादा लोगों का योगदान अयोध्या में बने राम मंदिर में है। राम मंदिर के निर्माण में लोगों ने अलग-अलग तरह से योगदान दिया है। किसी ने कार सेवा की है कोई जेल गया, कोई मंत्रों का जाप कर रहा है।
आरजेडी विधायक फतेह बहादुर के बयान कि राम मंदिर की जगह शिक्षा का मंदिर बनना चाहिए था पर डिप्टी सीएम ने कहा कि ऐसे लोगों के बयान को ज्यादा तूल नहीं देना चाहिए। राम मंदिर भाजपा का नहीं, बल्कि हर रामभक्त, हर राष्ट्रभक्त का है। अयोध्या में गुलामी की निशानी के रूप में खड़ा ढांचा ढह गया है। देशवासियों को अपनी विरासत पर गर्व करना चाहिए।