मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शुक्रवार को दिल्ली से लौटते ही प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं तेज हो गईं। इन चर्चाओं को तब और बल मिल गया, जब मुख्यमंत्री ने राजभवन पहुंच कर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मुलाकात की।माना जा रहा है कि यह मुलाकात दिल्ली में हुई बातचीत के क्रम में ही थी। शुक्रवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात की। रविवार को योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है।योगी मंत्रिमंडल के विस्तार की महीनों से चल रही चर्चाओं पर जल्द विराम लग सकता है। पिछले साल ओम प्रकाश राजभर के दोबारा एनडीए का हिस्सा बनने के साथ ही मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं शुरू हो गई थी। फिर दारा सिंह चौहान के पाला बदल ने इन्हें हवा दे दी। फिर भी मामला लटका रहा। जानकारों का कहना है कि भाजपा तब रालोद को भी साथ लाने की कवायद कर रही थी। अब रालोद भी एनडीए का हिस्सा है। राज्यसभा चुनाव में रालोद अपनी पहली परीक्षा में पास भी हो चुका है। इसी महीने में तीसरे सप्ताह तक लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने की संभावना है।ऐसे में माना जा रहा है कि अब मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है। सूत्रों की मानें तो टीम योगी में सुभासपा और रालोद कोटे से एक-एक मंत्री बन सकता है। हालांकि रालोद द्वारा एक राज्यमंत्री पद की भी मांग की जा रही है। सुभासपा से ओम प्रकाश राजभर सरकार का हिस्सा बनेंगे। दारा सिंह चौहान का नाम भी मंत्रिमंडल में शामिल होने वालों में शामिल बताया जा रहा है।चर्चा तो मौजूदा मंत्रियों के कुछ विभाग परिवर्तन को लेकर भी है। भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में भाग लेकर लौटे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की राज्यपाल से मुलाकात को मंत्रिमंडल विस्तार से जोड़कर ही देखा जा रहा है। वहीं सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर की सीएम से भेंट को भी इसी कवायद का हिस्सा माना जा रहा है।