स्वच्छता में यूपी की ऊंची छलांग, वाराणसी और प्रयागराज को मिलेगा राष्ट्रपति पुरस्कार

यूपी ने स्वच्छता के क्षेत्र में ऊंची छलांग लगाई है। संगम नगरी प्रयागराज और बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी समेत उत्तर प्रदेश के छह शहरों को स्वच्छता के लिये विभिन्न पुरस्कार श्रेणियों में सम्मानित किया जाएगा।

11 जनवरी को नई दिल्ली में स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 का परिणाम घोषित होगा। प्रदेश के 6 शहरों को स्वच्छा का पुरस्कार मिलेगा। पिछले साल 11 शहरों को ‘गार्बेज फ्री सिटी’ के रूप में मान्यता मिली थी। इस साल बढ़कर 65 हो गए हैं। उत्तर प्रदेश में 648 नगर ODF बन चुके हैं। 435 ODF+ हो गए हैं। 129 को ODF++ का प्रमाणपत्र मिला है।

आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के आगामी परिणामों में यूपी के छह शहरों को विभिन्न पुरस्कार श्रेणियों में सम्मानित किया जाएगा। इनमें वाराणसी और प्रयागराज को राष्ट्रपति पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। नगर विकास विभाग के अनुसार स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के परिणाम 11 जनवरी को नई दिल्ली में घोषित किए जाएंगे।

उन्होने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में प्रदेश के वाराणसी और प्रयागराज को स्वच्छता में उनके अत्यधिक समर्पण के लिए ‘राष्ट्रपति पुरस्कार’ से सम्मानित किया जाएगा। वहीं राज्य स्तर पर नोएडा और क्षेत्र स्तर पर बरवार, अनूपशहर और गजरौला भी स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए सम्मानित किये जायेंगे। पिछले वर्ष कुल 588 नगर ओडीएफ प्रमाणपत्र से सम्मानित हुए थे, जबकि इस साल प्रदेश के 648 नगरों ने ओडीएफ प्रमाणपत्र प्राप्त किया है, जो सकारात्मक प्रगति का प्रतीक है।

स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के परिणामों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में 129 शहरों ने ओडीएफ डबल प्लस की स्थिति प्राप्त की है, जो की यह दर्शाते हैं कि वे खुले में शौच मुक्त और सतत कचरा प्रबंधन में मानकों का पालन कर रहे हैं। इसके अलावा प्रदेश के 435 नगरों ने ओडीएफ प्लस की स्थिति प्राप्त की है।

इसके अलावा ‘कचरा मुक्त शहर प्रमाणपत्र’ के संदर्भ में पिछले वर्ष 11 नगरों को ‘गार्बेज फ्री सिटी’ के रूप में मान्यता मिली थी, जबकि इस वर्ष ये संख्या बढ़कर 65 नगरों तक पहुंच गई है। वहीं इस श्रेणी में नोएडा ने फाइव स्टार रेटिंग हासिल की है। इसके अलावा, लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, कानपुर, गाज़ियाबाद, अलीगढ़, झांसी, और फिरोजाबाद जैसे आठ शहरों ने सराहनीय 3 स्टार रेटिंग हासिल की है।

इसके अलावा प्रदेश के 56 नगरों को वन स्टार रेटिंग प्राप्त हुई है, जो उनके कचरा मुक्त वातावरण के प्रति अडिग प्रतिबद्धता को प्रमाणित करती है। उत्तर प्रदेश के कई शहर अब सेवन स्टार रेटिंग की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इसके अलावा और अधिक शहरों को फाइव स्टार और थ्री स्टार रेटिंग हासिल करने के लिए सरकार की ओर से लगातार प्रयास किये जा रहे हैं।

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