लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों ने जातीय गणना की मांग तेज कर दी है। बिहार में जातीय गणना की रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद से यूपी में भी इसकी मांग तेज हो गई है। सपा-कांग्रेस और बसपा ही नहीं एनडीए में शामिल भाजपा के सहयोगी दलों ने भी जातीय गणना का समर्थन किया है।इस बीच बुधवार को सीएम योगी ने इसे लेकर निशाना साधा। मथुरा के दीनदयाल धाम में आयोजित किसान गोष्ठी में मुख्यमंत्री ने कहा कि साढ़े चार साल तक यह विपक्षी दल सोते रहते हैं और चुनाव आने पर उन्हे मतदाता की जाति की बात याद आती है। उनके इसी आचरण के कारण आज विरोधी दलों से भगदड़ मची हुई है। उनका कहना था कि इसके विपरीत प्रधानमंत्री मोदी बिना भेदभाव के समाज के प्रत्येक वर्ग को सरकारी योजनाओं का लाभ दे रहे हैं। प्रधानमंत्री की इसी नीति के कारण आज भारत नई बुलन्दियों को छू रहा है।
उन्होंने कहा कि दीनदयाल धाम में गौपालन का ऐसा प्रयोग किया जा रहा है जिससे गाय को अब सड़क पर खुला छोड़ना मुश्किल हो जाएगा। न केवल गाय के दूध का सही उपयोग कर उसे लाभकारी बनाने का प्रयास किया जा रहा है बल्कि गाय के गोबर और गोमूत्र का आयुष के रूप में प्रयोग कर गोपालन को एक प्रकार से लाभकारी बनाने का प्रयास हो रहा है।
उन्होंने धाम के संचालकों को सलाह दी कि वे दीनदयाल वेटेरिनरी यूनिवर्सिटी से एमओयू करें तो उनके द्वारा किया जा रहा अभिनव प्रयोग और तेजी से विकसित होगा तथा यह बहुत से किसानों के पास पहुंच सकेगा। सरकार गावों को आत्म नर्भिर बनाने का प्रयास कर रही है। ग्राम प्रधान निधि से गांव का सही विकास करने के लिए अब गाइडलाइन बनाई गई है जिसके उपयोग से गांवों का विकास होगा।
उन्होंने दीनदयाल धाम फरह के आसपास के गांव के युवकों को सेना और पुलिस में भर्ती का अवसर प्रदान करने के लिए ब्लाक स्तर पर एक मिनी स्टेडियम बनाने की घोषणा की। वैसे प्रदेश सरकार हर गांव में खेल का मैदान, ब्लाक स्तर पर मिनी स्टेडियम एवं जनपद स्तर पर स्टेडियम का नर्मिाण करा रही है।