राम आएंगे-दीप जलाएंगे। इस जयकारे के साथ बड़ौदा से अयोध्या के लिए शुरू हुई श्री राम दीप प्रस्थान यात्रा बुधवार को आगरा पहुंची। फतेहपुरसीकरी से लेकर सैंया-इरादतनगर तक रामभक्तों ने दीप यात्रा का स्वागत किया।पुष्प वर्षा की। आरती की। बता दें कि 1100 किलोग्राम का यह श्री राम दीप बड़ोदा के भाईली गांव के अरविंद भाई पटेल द्वारा बनवाया गया है। बड़ौदा के सयाजीगंज स्थित श्री रामजी मंदिर काला घोड़ा से यात्रा की शुरुआत सात जनवरी को हुई। विभिन्न शहरों से गुजरी यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया। अयोध्या धाम में श्री राम मंदिर में पहली आरती इस दीप से शुरू होगी।
501 किलो घी भरा जा सकेगा
यह दीप 1100 किलो का है। इसका व्यास आठ फुट का है। आधार की परिधि पांच फुट है। इसको बनाने में एक माह से अधिक समय लगा। इसमें 501 किलो घी भरा जा सकेगा। 15 किलो रूई की बाती से यह दीप ढाई माह तक प्रज्जवलित रहेगा। यह दीप पंचमुखी बताया गया है।
नौ फीट है दीप की ऊंचाई
यात्रा के साथ चल रहे अरविंद भाई पटेल का कहना है कि दीप को बनाने में पांच धातुओं तांबा, पीतल, मेटल, ब्रास, एमएस धातु शामिल किया गया है। दीप की ऊंचाई नौ फीट है। पटेल ने जानकारी दी कि उनके दोस्त की फैक्ट्री में इस दीप को तैयार किया गया।
मंदिर समिति से मिली अनुमति
पटेल ने बताया कि दीप को लेकर अयोध्या आने के लिए अनुमति मिल गयी है। इसके बाद ही श्रीराम दीप प्रस्थान यात्रा बड़ौदरा से शुरू हुई है। 11 जनवरी को अयोध्या पहुंच जाएंगे। दीप को श्रीराम मंदिर समिति को भेंट करेंगे। यात्रा में 50 से ज्यादा लोग शामिल हैं।
यात्रा में चल रहे हैं 40 रामभक्त
श्री राम दीप यात्रा के आगरा पहुंचने पर जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया। दीप यात्रा के साथ 40 लोगों का जत्था चल रहा है। यह दीप यात्रा किरावली, सैंया होते हुए इरादतनगर में रात्रि विश्राम करेगी। इरादत नगर से सुबह अयोध्या के लिए रवाना होगी। सड़क मार्ग से यह दीप 11 जनवरी तक अयोध्या पहुंच जाएगा।
आगरा पहुंचने पर हुआ भव्य स्वागत
विहिप के संयुक्त क्षेत्र संयोजक अनिल कुलश्रेष्ठ ने बताया कि गुरुवार सुबह आरती के बाद दीप को अयोध्या रवाना किया जाएगा। इससे पूर्व बुधवार देर शाम किरावली में बजरंग दल के जिला संयोजक आरके इंदौलिया के नेतृत्व में राम भक्तों ने दीप की आरती की। गोपाल प्रसाद शर्मा, आरपी परमार, श्यामहरी शर्मा, पवन इंदौलिया, लक्ष्मीकांत शुक्ला, दीवान सिंह, भूदेव शर्मा, राहुल, रामेश्वर, चंदर शर्मा, के के डागुर आदि मौजूद रहे। यात्रा के सैंया पहुंचने पर अशोक सिंघल, नीरज सिंघल, प्रेम सिंह त्यागी, अन्नू धाकरे, बबली वर्मा, महाशंकर शास्त्री, प्रेम कुमार वर्मा आदि ने फूल बरसाए।