गाजा खाली करने की डेडलाइन खत्म, बड़े ऑपरेशन की आहट

जरायल की सेना की ओर से उत्तरी गाजा में सुरक्षित गलियारे के लिए 3 घंटे का अल्टीमेटम समाप्त हो गया है। इजरायल ने यह डेडलाइन यहां के लोगों को समुद्री तटीय क्षेत्र के दक्षिणी भाग में चले जाने के लिए तय की थी।गाजा में हालात अब बेहद नाजुक हो गए हैं। इजरायली सेनाएं चौतरफा जमीनी हमले का आदेश मिलने के इंतजार में हैं। सैनिकों ने गाजा पट्टी में छापेमारी पहले ही शुरू कर दी है। इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने पहले कहा था कि सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक इस गलियारे पर कोई ऑपरेशन नहीं चलाया जाएगा। सेना ने कहा, ‘गाजा सिटी और उत्तरी गाजा के लोगों को दक्षिणी इलाकों में चले जाने के लिए पहले ही आगाह किया गया था। ऐसा हमने आप सबकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किया।’

गाजा के 23 लाख नागरिकों को भोजन, पानी और सुरक्षा के लिए भीषण संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है। हमास के आतंकवादियों के इजरायल पर हमला करने के हफ्ते भर बाद गाजा में फलस्तीनी बुनियादी जरूरतों से भी वंचित हो गए हैं। गाजा के हजारों लोग उत्तरी इलाके को खाली करने के इजरायल के आदेश का पालन करने की कोशिश कर रहे हैं। कई सारे लोग वहां के अस्पतालों में जमा हो गए। दरअसल, इजरायल की सेना ने 10 लाख से ज्यादा फलस्तीनियों को उत्तरी गाजा को खाली करने का आदेश दिया। इजरायल ने गाजा के निवासियों को दक्षिण की ओर जाने के लिए सोशल मीडिया पर भी निर्देश जारी किया। साथ ही विमान के जरिए गिराए गए पर्चों में भी यही आदेश दोहराया गया।

बड़े अभियान से पहले नागरिकों को हटाने की कोशिश
इजरायल की सेना ने कहा कि वह उत्तर में हमास आतंकवादियों के खिलाफ बड़े अभियान से पहले नागरिकों को हटाने की कोशिश कर रही है, जिसमें गाजा शहर में भूमिगत ठिकाने भी शामिल हैं। हालांकि, हमास ने लोगों से अपने घरों में रहने का आग्रह किया है। इस बीच, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को कैबिनेट की मीटिंग की। बैठक की शुरुआत में कुछ समय का मौन रखा गया। इसमें कहा गया, ‘यह हमारे उन भाइयों व बहनों की याद में जिनकी बेरहमी से हत्या कर दी गई और युद्ध में शहीद होने वाले हमारे वीर सैनिकों के नाम।’ नेतन्याहू ने इस दौरान कहा, ‘हमास को लगा कि हम टूट जाएंगे मगर सच यह है कि हम हमास को तोड़ देंगे।’

खूनी राक्षसों को खत्म करने के लिए तैयार योद्धा: नेतन्याहू
बेंजामिन नेतन्याहू ने देश के टॉप लीडर्स के साथ मीटिंग में कहा, ‘हम एक टीम के रूप में एकजुट होकर चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। हमारी एकता दुश्मनों और दुनिया को साफ संदेश दे रही है।’ उन्होंने कहा कि मैंने हमारे शानदार योद्धाओं को देखा जो अब फ्रंट लाइन पर लड़ रहे हैं। वे जानते हैं कि पूरा देश उनके साथ खड़ा है। नेतन्याहू ने कहा कि वे इस टास्क की भयावहता को समझते हैं। वे हमारे खिलाफ खड़े हुए खूनी राक्षसों को खत्म करने के लिए हर वक्त तैयार हैं। नेतन्याहू ने यह भी कहा कि आपातकालीन युद्ध के दौरान हमारी सरकार की यह पहली बैठक है और हम सभी देश के लिए एकजुट हैं।

3,60,000 रिजर्व और सैनिकों व टैंकों की लामबंदी
बता दें कि इस बार के संघर्ष में 1,300 से अधिक इजरायली मारे गए हैं, जिनमें से अधिकांश नागरिक हमास के 7 अक्टूबर के हमले में मारे गए। 1973 में मिस्र और सीरिया के साथ हुए संघर्ष के बाद से यह इजरायल के लिए यह सबसे घातक युद्ध है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि लड़ाई शुरू होने के बाद से 2,329 फलस्तीनी मारे गए हैं। यह संख्या 2014 में इजरायल-गाजा के बीच छिड़े युद्ध से भी अधिक है। यह युद्ध 6 सप्ताह से अधिक समय तक चला था। इजरायल ने गाजा के साथ लगी सीमा पर लगभग 3,60,000 रिजर्व और बड़े पैमाने पर सैनिकों और टैंकों की लामबंदी की है। संघर्ष शुरू होने के बाद से गाजा में आतंकवादियों ने 5,500 से अधिक रॉकेट दागे हैं, जिनमें से कई इजरायल के भीतरी इलाके तक पहुंच गए हैं। वहीं, इजरायली युद्धक विमान गाजा पर हमला कर रहे हैं।

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