दिल्ली में हवा पर हाहाकार, चिंताजनक हालात देख LG ने संभाला मोर्चा

दिल्ली में दिन-प्रतिदिन बिगड़ती हवा को लेकर हाहाकार मचने लगा है। दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने शुक्रवार को कहा कि शहर में वायु प्रदूषण की स्थिति बेहद चिंताजनक है और उन्होंने राजनिवास में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के साथ एक बैठक बुलाई है।

सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर किए गए पोस्ट में सक्सेना ने लोगों से घरों के अंदर रहने और स्वयं को तथा विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों को खतरनाक पर्यावरणीय परिस्थितियों से बचाने की अपील की है।

उपराज्यपाल ने योगमाया मंदिर और ख्वाजा निजामुद्दीन औलिया के उर्स में अपने सार्वजनिक कार्यक्रम भी रद्द कर दिए हैं। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “शहर में वायु प्रदूषण से उत्पन्न स्थिति बेहद चिंताजनक है। मैंने स्थिति का जायजा लेने के लिए माननीय मुख्यमंत्री और माननीय मंत्री (पर्यावरण) से आज शाम 6 बजे राज निवास में एक बैठक के लिए कहा है।”

उन्होंने एक अन्य पोस्ट में कहा, “मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे जितना संभव हो सके घरों के अंदर रहें और खुद को – विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों को खतरनाक पर्यावरणीय परिस्थितियों में न रखें, कथित तौर पर जहां एक्यूआई 800 को पार कर गया है।”

दिल्ली की वायु गुणवत्ता शुक्रवार को सुबह ‘अत्यधिक गंभीर’ श्रेणी में चली गई, जिसके तहत राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण फैला रहे ट्रकों, कॉमर्शियल चार पहिया वाहनों और सभी प्रकार की निर्माण गतिविधियों पर रोक लगाने समेत तमाम आपात उपाय लागू करने की आवश्यकता होती है।

शहर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) गुरुवार को सुबह 10 बजे 351 दर्ज किया गया था, जो शुक्रवार को सुबह नौ बजे बढ़कर 471 पर पहुंच गया।

दिल्ली में प्रदूषण : ग्रैप-3 लागू, सरकार और एजेंसियों ने कमर कसी

दिल्ली में वायु गुणवत्ता के ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंचने के बीच प्रदूषण नियंत्रण योजना (ग्रैप) के तीसरे चरण को लागू कर दिया गया है और दिल्ली सरकार एवं अन्य एजेंसियों ने विभिन्न कदम उठाए हैं। इनमें ‘एंटी-स्मॉग गन’ तैनात करना और ‘रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ’ अभियान और निर्माण या तोड़फोड़ गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध फिर से लागू करने जैसे कदम शामिल हैं।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताया कि क्या करें, क्या न करें

दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर के मद्देनजर स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कुछ ऐहतियाती कदम बताए हैं, जो निम्नलिखित हैं:

क्या करें:-

-काम, बाजार या अन्य स्थानों के लिए बाहर जाने पर मास्क पहनें

-समय-समय पर आंखों को पानी से धोएं

– बाहर जाते समय गीले ‘वाइप्स’ साथ रखें

-अस्थमा की समस्या से जूझ रहे लोग ‘इन्हेलर’ साथ रखें

-घर में अच्छी गुणवत्ता का ‘एयर प्यूरिफायर’ इस्तेमाल करें

क्या न करें:-

-तड़के व्यायाम या सैर के लिए बाहर जाने से बचें

-अगर अस्थमा, सांस से संबंधित समस्या है तो बाहर कम से कम निकलें

-सड़क पर यात्रा करते समय आंखों को हाथों से न छुएं

-बुजुर्ग, जितना संभव हो सके, घरों में रहें

-खुद से कोई दवा न लें, जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से सलाह लें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *