हरियाणा में एक जमीन खरीद के मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में प्रियंका गांधी का नाम भी शामिल किया गया है। ईडी ने अपनी चार्जशीट में इन लोगों का नाम दाखिल किया है, जिससे प्रियंका गांधी की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं।वहीं कांग्रेस का कहना है कि चुनाव से पहले भाजपा ऐसी साजिशें करती रहती है। गुरुवार को हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू, कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार, पार्टी के मीडिया सेल के चेयरमैन पवन खेड़ा ने कहा कि इसमें कोई दम नहीं है। यह भाजपा की साजिश है। आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि ईडी तो लगातार विपक्षी नेताओं को निशाना बना ही रही है।
लेकिन यह बात ध्यान रखने की है कि जब तक कोई दोषी साबित नहीं होता, तब तक वह बेगुनाह ही होता है। ईडी की चार्जशीट में दावा किया गया है कि प्रियंका गांधी ने हरियाणा में दिल्ली के एक रियल एस्टेट एजेंट एचएल पाहवा से 5 एकड़ कृषि योग्य भूमि खरीदी थी। इसके बाद उसे ही वह जमीन 2010 में फिर से बेच दी गई। उनके अलावा रॉबर्ट वाड्रा ने भी एजेंट पाहवा से 40 एकड़ जमीन खरीदी थी और फिर प्रियंका की तरह ही वापस उसे ही बेच दी। इन आरोपों को लेकर पवन खेड़ा ने कहा, ‘देखते हैं कि भाजपा चुनाव से पहले क्या-क्या करती है। यह तो अभी शुरुआत है।’
कांग्रेस ने कहा कि भाजपा कोई पहली बार तो यह सब खेल नहीं कर रही है। ऐसी साजिशें वे अकसर चुनाव से पहले रचते हैं। वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि ये लोग तो गांधी परिवार से डरते हैं। इसलिए ऐसा हो रहा है। आप समझ सकते हैं कि मोगी सरकार क्यों गांधी फैमिली से डरती है। आरोप है कि पाहवा वही रियल एस्टेट एजेंट है, जिसने एनआरआई कारोबारी सीसी थंपी को जमीन बेची थी। थंपी का लिंक संजय सिंह भंडारी से बताया जाता है, जिसके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में अलग-अलग एजेंसियां जांच कर रही हैं।
पुरानी चार्जशीट में भी लगे थे रॉबर्ट वाड्रा पर गंभीर आरोप
थंपी पर आरोप है कि उसने संजय सिंह भंडारी की अपराध से बचने में मदद की थी। ईडी ने अपनी चार्जशीट में पहले आरोप लगाया था कि थंपी से रॉबर्ट वाड्रा के करीबी रिश्ते रहे हैं। बता दें कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेता आज नागपुर जुटे हैं, जहां पार्टी के 139वें स्थापना दिवस पर बड़ी रैली हो रही है। इस इवेंट में करीब 2 लाख लोगों के जुटने की संभावना है।