सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश जस्टिस अनिरुद्ध बोस बुधवार, 10 अप्रैल को अपने पद से सेवानिवृत हो गए। उन्हें 24 मई, 2019 को सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में पदोन्नत किया गया था। करीब पांच वर्षों तक जस्टिस बोस शीर्ष अदालत में रहे।उनके रिटायरमेंट की पूर्व संध्या पर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने उनके सम्मान में एक विदाई समारोह आयोजित किया था, जिसमें देश के मुख्य न्यायाधीश (CJI) जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने जस्टिस बोस की खूब तारीफ की।जस्टिस बोस के सम्मान में CJI चंद्रचूड़ ने कहा कि बेंच के किसी सहकर्मी को विदाई देना एक खट्टा-मीठा काम होता है। सेवानिवृत्ति पर विदाई देते समय हम अपनी मित्रता का सम्मान करते हैं और उसी परंपरा का निर्वाह करते हुए इस शाम को कलकत्ता हाईकोर्ट झारखंड हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में उनके योगदान को मान्यता देने के लिए समर्पित करते हैं।सीजेआई इतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने जस्टिस बोस को एक सच्चा बंगाली और बंगाली भद्रलोक का एक सच्चा और योग्य शख्स बताया। उन्होंने कहा कि जस्टिस बोस को भक्ति आंदोलन के प्रभाव का गहरा ज्ञान है। सीजेआई ने कहा कि जस्टिस बोस एक उत्कृष्ट न्यायाधीश रहे हैं और पदोन्नत होने से पहले वह एक उत्कृष्ट वकील रह चुके हैं, जिन्होंने कलकत्ता हाई कोर्ट के समक्ष बहस करते हुए विभिन्न प्रकार के मामलों को बखूबी संभाला है।
इसके बाद जस्टिस चंद्रचूड़ अचानक बांग्ला बोलने लगे। उन्होंने बांग्ला में कहा, “बिचारपति श्री बोस: अक्जोन क्लासिकल बांग्ला भद्रलोक, शोभाबे उनि एकटा बुद्धिजिबी.. जस्टिस बोस शाहित्यो, इतिहास, काव्यकार एकटा बिशेष छात्र और श्री श्री राम कृष्ण डेवर पुस्तक ओनार पसंदीदा, बांग्ला भोद्रोलोक होते होले धुति पंजाबी पोर्टे होये अर फूडी होते होये।” अर्थात, विद्वान साथ श्री बोस एक उत्कृष्ट बंगाली भद्रलोक के बुद्धिजीवी व्यक्ति हैं। वह साहित्य-संस्कृति, इतिहास और काव्यशास्त्र के विशेष छात्र रहे हैं। श्री श्री रामकृष्ण देव की पुस्तकें उन्हें पसंद हैं। वह बंगाली भद्रलोक के पुरुष होते हुए पंजाबी धोती और खाने-पीने के भी शौकीन हैं।
CJI ने जस्टिस बोस की तारीफ में कसीदे पढ़ते हुए कहा कि वह हमेशा तकनीकी का इस्तेमाल करने में सहज रहे। उन्होंने अपनी अदालत में हाइब्रिड हियरिंग को सहजता से अपनाया। सीजेआई ने कहा कि जब जस्टिस कलकत्ता हाई कोर्ट में जज थे, तभी उन्होंने सबसे पहले वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का उपयोग किया था। बकौल चीफ जस्टिस 2012 में एकल न्यायाधीश के रूप में कार्यरत जस्टिस बोस ने एक वादी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अमेरिका से पेश होने की अनुमति दी थी।
जस्टिस अनिरुद्ध बोस का जन्म 11 अप्रैल, 1959 को हुआ था। उन्होंने सेंट लॉरेंस हाई स्कूल, कोलकाता से पढ़ाई की थी। अपनी उच्च माध्यमिक शिक्षा के बाद, न्यायमूर्ति बोस ने कोलकाता के सेंट जेवियर्स कॉलेज में वाणिज्य क्षेत्र से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने अपनी कानूनी शिक्षा कलकत्ता विश्वविद्यालय से संबद्ध सुरेंद्रनाथ लॉ कॉलेज से पूरी की। इसके बाद उन्होंने 1985 में एक वकील के रूप में अपने करियर की शुरुआत पश्चिम बंगाल बार काउंसिल में नाम दर्ज कराकर की थी। फिर उन्होंने कलकत्ता उच्च न्यायालय में प्रैक्टिस की।
2004 में उन्हें कलकत्ता उच्च न्यायालय में स्थायी न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया। 11 अगस्त, 2018 को जस्टिस बोस को झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली थी। फिर 24 मई 2019 को वह सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए।