चीन के साथ संबंध महत्वपूर्ण, लेकिन विवाद हल करने की जरूरत; पीएम मोदी की दो टूक
आगामी लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन को दो टूक जवाब दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध महत्वपूर्ण हैं लेकिन पहले सीमा विवाद को हल करने की जरूरत है।प्रमुख मैग्जीन न्यूजवीक को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने ये बातें कहीं। इसके अलावा, उन्होंने जम्मू कश्मीर पर भी चर्चा की। पीएम मोदी ने अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में लोगों की जिंदगी में क्या बदलाव आया है उसको लेकर खुलकर बात की। न्यूजवीक को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि घाटी में बंद, विरोध, पथराव अब अतीत की बात है।पीएम मोदी ने कहा कि कश्मीर में होने वाले खेल आयोजनों को लेकर युवा बेहद उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर के लोगों को नई जिंदगी मिली है। पीएम ने कहा कि जम्मू-कश्मीर अब विदेशी प्रतिनिधिमंडलों के लिए अधिक सुलभ हो गया है। मोदी ने कहा कि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद, यह क्षेत्र वैश्विक कार्यक्रमों के लिए एक स्वागत योग्य डेस्टिनेशन बन गया है। कश्मीर अब फॉर्मूला 4 रेसिंग इवेंट, मिस वर्ल्ड और जी 20 बैठकों जैसी महत्वपूर्ण सभाओं की मेजबानी कर रहा है।भारत-चीन सीमा विवाद पर बोले पीएम मोदीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य बनाने के लिए सीमा पर “लंबे समय से चली आ रही स्थिति” को तत्काल हल करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इंटरव्यू में, पीएम मोदी ने कहा कि भारत और चीन के बीच स्थिर और शांतिपूर्ण संबंध पूरे क्षेत्र और दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि हमें अपनी सीमाओं पर लंबे समय से चल रही स्थिति को तत्काल हल करने की जरूरत है ताकि हमारी द्विपक्षीय बातचीत में मतभेदों को पीछे छोड़ा जा सके।”पीएम मोदी ने कहा, “भारत के लिए चीन के साथ रिश्ते अहम और खास हैं। मेरा मानना है कि हमें अपनी सीमाओं पर लंबे समय से चल रही स्थिति को तत्काल संबोधित करने की आवश्यकता है ताकि हमारी द्विपक्षीय बातचीत में मतभेदों को पीछे छोड़ा जा सके। भारत और चीन के बीच स्थिर और शांतिपूर्ण संबंध न केवल हमारे दोनों देशों के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र और दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं। मुझे आशा और विश्वास है कि राजनयिक और सैन्य स्तरों पर सकारात्मक और रचनात्मक द्विपक्षीय जुड़ाव के माध्यम से, हम अपनी सीमाओं पर शांति और स्थिरता बहाल करने और बनाए रखने में सक्षम होंगे।”चीन के साथ कंपटीशन को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने कई सारे आर्थिक सुधार किए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, “एक लोकतांत्रिक राजनीति और वैश्विक आर्थिक विकास इंजन के रूप में भारत उन लोगों के लिए एक स्वाभाविक पसंद है जो अपनी सप्लाई चैन में विविधता लाना चाहते हैं।” उन्होंने वस्तु एवं सेवा कर (GST), कॉर्पोरेट कर में कटौती, दिवालियापन संहिता और श्रम कानून सुधार जैसे प्रमुख सुधारों की ओर इशारा किया, जिससे भारत में व्यापार करना आसान हुआ है। मोदी ने कहा, “हम अपने नियामक ढांचे, अपनी कराधान प्रथाओं के साथ-साथ अपने बुनियादी ढांचे को वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाने का प्रयास कर रहे हैं।”पाकिस्तान पर क्या बोले पीएम मोदीपीएम मोदी ने कहा कि मैंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को पदभार ग्रहण करने पर बधाई दी है। भारत ने हमेशा अपने क्षेत्र में आतंक और हिंसा से मुक्त माहौल में शांति, सुरक्षा और समृद्धि को आगे बढ़ाने की वकालत की है।” हालांकि प्रधानमंत्री मोदी ने इमरान खान की कैद के संबंध में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होने कहा, “मैं पाकिस्तान के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी नहीं करूंगा।”