माफिया मुख्तार अंसारी की मौत की मजिस्ट्रेटी जांच को मिला समय पूरा हो गया है। हालांकि रिपोर्ट में अभी समय लगेगा। जांच पूरी कर 15 दिन में रिपोर्ट डीएम को सौंपी जानी थी। समय पूरा होने के बाद इसे तैयार नहीं किया जा सका।बांदा मंडल कारागार में मुख्तार अंसारी की 28 मार्च की देर शाम हार्ट अटैक के बाद मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई थी। अगले ही दिन यानी 29 मार्च को मेडिकल कॉलेज में शव का पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम से पहले मुख्तार के छोटे बेटे उमर अंसारी ने पिता की स्वाभाविक मौत न होने की बात कहते हुए जांच कराने की मांग की थी। इस पर पोस्टमार्टम के ही दिन मौत की मजिस्ट्रेटी और न्यायिक जांच के आदेश कर दिए गए थे।
मजिस्ट्रेटी जांच एडीएम वित्त एवं राजस्व राजेश कुमार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभी जांच में और समय लग सकता है। मुख्तार अंसारी की बैरक से लिए गए कुछ नमूने जांच के लिए लैब भेजे गए हैं। इसी रिपोर्ट का इंतजार है। बता दें कि मजिस्ट्रेटी जांच को 14 अप्रैल को 15 दिन पूरे हो चुके हैं। वहीं, न्यायिक जांच मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एमपी-एमएलए कोर्ट गरिमा सिंह कर रही हैं। न्यायिक जांच के आदेश मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट भगवानदास गुप्ता ने दिए थे। एक माह के अंदर इसकी रिपोर्ट देनी है। मुख्तार अंसारी के परिजनों ने जहर देने का आरोप जेल प्रशासन पर लगाया है। ऐसे में रिपोर्ट का इंतजार हो रहा है।
धमकी की जांच क्राइम ब्रांच ट्रांसफर माफिया की मौत की देर रात बांदा मंडल कारागार के वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीरेशराज शर्मा के मोबाइल नंबर पर अनजान नंबर से 14 सेकेंड की धमकी की कॉल आई थी। उनकी ओर से कोतवाली में मामला दर्ज कराया गया है। अब तक जांच सर्विलांस टीम कर रही थी। शहर कोतवाली प्रभारी अनूप दुबे के मुताबिक जांच क्राइम ब्रांच लखनऊ को ट्रांसफर कर दी गई है।