भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान विधानसभा के लिए उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी। इस लिस्ट में अलवर से सांसद बाबा बालकनाथ का नाम भी शामिल है। बाबा बालकनाथ नाथ संप्रदाय के मस्तनाथ मठ के महंत हैं।इसी वजह से वह उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ जैसी वेषभूषा रखते हैं और उन्हीं की तरह फायरब्रांड भी हैं। इसीलिए सियासी हलकों में उन्हें ‘राजस्थान का योगी’ कहा जाता है। गौरतलब है कि भाजपा ने राजस्थान में 7 सांसदों को विधानसभा का टिकट दिया है। इन सांसदों में राज्यवर्धन सिंह राठौड़ जैसे दिग्गजों का नाम भी शामिल है।
इसलिए मिला बाबा बालकनाथ को टिकट
बाबा बालकनाथ अलवर से सांसद हैं। इसके अलावा अपने फायरब्रांड छवि के चलते भी वह जनता में काफी लोकप्रिय हैं। अगर सियासी पकड़ की बात करें तो अलवर की सीट पर तो उनका वर्चस्व है ही, साथ ही साथ पड़ोसी राज्य हरियाणा में भी उनका असर है। गौरतलब है कि बाबा बालकनाथ यादव यानी ओबीसी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। दक्षिणी हरियाणा में इस समुदाय की आबादी काफी ज्यादा है। ऐसे में इस विधानसभा चुनाव के साथ-साथ लोकसभा चुनाव और हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी भाजपा को बाबा बालकनाथ के प्रभाव का फायदा मिलेगा।
सियासत में ऊंचाई
बता दें कि बीते दिनों वह उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में भी आए थे। यहां पर उन्होंने योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में गोरखनाथ मंदिर में ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की 54वीं और राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ की 9वीं पुण्यतिथि के आयेजन में भी हिस्सा लिया था। बाबा बालकनाथ ने साल 2019 का लोकसभा चुनाव अलवर से भाजपा के उम्मीदवार थे। उस साल उन्होंने यहां से कांग्रेस के दिग्गज उम्मीदवार भंवर जितेंद्र सिंह को काफी बड़े अंतर से मात दी थी। इसके बाद से ही बाबा बालकनाथ का नाम राजस्थान की सियासत में उभरा है। इस बार भी जिस तरह से भाजपा ने बाबा बालकनाथ का इस्तेमाल किया है, वह कांग्रेस के लिए काफी मुश्किलें पैदा करने वाला हो सकता है।
हाल ही में हुआ था प्रमोशन
बता दें कि अलवर में जीत के बाद बाबा बालकनाथ ने अपनी सक्रियता से काफी अच्छी पकड़ बना ली है। बाबा बालकनाथ का हाल ही में प्रमोशन भी हुआ था। तब भाजपा ने राजस्थान में नई टीम बनाई थी। इस टीम में बाबा बालकनाथ को उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई थी। गौरतलब है कि कुछ वक्त पहले उनका एक वीडियो भी चर्चा में आया था, जिसमें उन्होंने थाने में घुसकर एक डीएसपी को धमका दिया था।