वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में कॉरिडोर बनने के बाद से रोजाना लाखों श्रद्धालु आ रहे हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए लंबी कतार लगी रहती है। ऐसे में स्थानीय लोगों को बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है।ऐसे में कांग्रेस ने विश्वनाथ मंदिर में काशीवासियों के लिए अलग से दर्शन की व्यवस्था करने की मांग करते हुए डीएम को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में खासकर शिवरात्रि पर काशीवासियों के सुगम दर्शन की व्यवस्था कराने की मांग की गई है।वाराणसी के कांग्रेस महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी से मिला। महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने कहा कि काशी के भक्तों को महाशिवरात्रि पर काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए सुगम दर्शन की व्यवस्था की जाए। काशीवासियों के लिए किसी एक द्वार से सीधे प्रवेश की व्यवस्था बनाई जाए।
पुरी के जगन्नाथ मंदिर में है अलग व्यवस्था
पुरी के जगन्नाथ मंदिर में स्थानीय लोगों के लिए अलग से दर्शन की व्यवस्था है। यहां पर एक गेट से केवल स्थानीय लोगों को प्रवेश मिलता है। आधार कार्ड के साथ कोई भी स्थानीय दर्शनार्थी मंदिर में प्रवेश कर सकता है। कांग्रेस की भी मांग है कि आधार कार्ड से स्थानीय लोगों को किसी एक गेट से विश्वनाथ मंदिर में प्रवेश दिया जाए।
विश्वनाथ मंदिर में वैसे तो नेमियों यानी रोजाना दर्शन करने वालों के लिए व्यवस्था बनी हुई है लेकिन हफ्ते में एक दो बार या पर्व आदि पर दर्शन की इच्छा रखने वाले काशी वासियों को भारी भीड़ के कारण मायूसी हाथ लगती है। बाहर से यहां आने वाला तो चार घंटे पांच घंटे खड़े होकर दर्शन कर लेता है लेकिन स्थानीय लोगों को चार से पांच घंटे कतार में खड़ा होना अखरता रहता है। ऐसे में कई बार पहले भी स्थानीय लोगों के लिए अलग से व्यवस्था की मांग होती रही है।
यह लोग पहुंचे डीएम से मिलने
प्रतिनिधि मंडल में राघवेन्द्र चौबे, अनिल उपाध्याय, राजेश गुप्ता,जितेन्द्र सेठ, दिलीप चौबे,सतनाम सिंह, पारसनाथ यादव, मयंक चौबे, लोकेश सिंह, राजेन्द्र गुप्ता, रोहित दुबे, पीयूष श्रीवास्तव, हसन मेहदी कब्बन, अब्दुल हमीद डोडे, विनीत चौबे, मुनीर सिद्दीकी, परवेज खां, आभास श्रीवास्तव, किशन यादव, मो उज्जेर, रामजी गुप्ता, सुभाष राम, रवि सोनकर, नासिर अली, राजेन्द्र कुमार, विनोद गौड़ समेत दर्जनों पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।