योगी सरकार में मंत्री बनाए गए सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर का दबदबा एक बार फिर दिखाई दिया है। ओपी राजभर को पंचायती राज समेत तीन विभागों की जिम्मेदारी मिल गई है। मंगलवार को ओपी राजभर समेत चारों नए मंत्रियों को विभागों का आवंटन हो गया।ओपी राजभर को पंचायती राज विभाग के साथ ही अल्पसंख्यक कल्याण और मुस्लिम वक्फ एवं हज विभाग दिया गया है। मंत्री बनने से पहले ही ओपी राजभर की तरफ से मंत्री बनने से पहले ही पंचायती राज विभाग मिलने का दावा किया गया था। आज उनका दावा सही साबित हो गया है। ओम प्रकाश राजभर को मिला विभाग पंचायती राज अभी तक मुख्यमंत्री के पास था जबकि अल्पसंख्यक कल्याण विभाग कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह के पास था। अब धर्मपाल सिंह के पास केवल पशुधन विभाग, मुस्लिम वक्फ व हज विभाग बचा है।राजभर के साथ शपथ लेने वाले कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान को कारागार विभाग सौंपा गया है। इसके अलावा रालोद कोटे से मंत्री बने अनिल कुमार को विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग दिया गया है। सुनील शर्मा को आईटी और इलेक्ट्रानिक विभाग मिला है। पिछले हफ्ते चारों ने मंत्रियों को शपथ दिलाई गई थी। एक हफ्ते से सभी मंत्री बिना विभाग ही पद संभाल रहे थे।मुख्यमंत्री ने अपने अन्य कैबिनेट मंत्रियों के विभागों में से कुछ विभाग छांट कर इन मंत्रियों को दिए हैं। दारा सिंह चौहान को कारागार विभाग दिया गया है। यह विभाग अभी तक योगी मंत्रिमंडल के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति संभाल रहे थे। अब उनके पास नागरिक सुरक्षा एवं होमगार्ड विभाग हैं। सुनील कुमार शर्मा इलेक्ट्रानिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी व अनिल कुमार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के मंत्री बने हैं। इलेक्ट्रानिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग अभी तक कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय के पास थे। अब उनके पास केवल उच्च शिक्षा विभाग बचा है।नए विस्तार के बाद योगी सरकार में दो डिप्टी सीएम, 22 कैबिनेट मंत्री, 14 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और 20 राज्यमंत्री समेत कुल 56 मंत्री हैं। पिछले मंगलवार को ओपी राजभर, दारा सिंह चौहान, अनिल कुमार और सुनील शर्मा को राजभव में मंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी।