बीते करीब दो सालों से चल रहे युद्ध को रूस ने अब और तेज करते हुए यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमले शुरू कर दिए हैं। नए साल से पहले शुक्रवार को शुरू किए मिसाइलों और ड्रोन हमलों में यूक्रेन के 12 लोगों की मौत हो चुकी है और दर्जनों लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं।रूसी हमले पूरे यूक्रेन में जारी हैं और इसके चलते बचना मुश्किल हो रहा है। यूक्रेन की राजधानी कीव तक में ये हमले हो रहे हैं और कई धमाके शहर में सुने गए। यही नहीं यूक्रेनी अथॉरिटीज का कहना है कि एक धमाका तो निप्रो शहर के एक मैटरनिटी अस्पताल के पास भी हुआ है। इसके अलावा धारकीव, ओडेसा, लवीव शहरों में भी हमले जारी हैं।
रूस ने 150 ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल करते हुए ये हमले किए हैं। इसके अलावा हाइपरसॉनिक किंझाल मिसाइलों का भी यूज किया गया है। वहीं शाहेद ड्रोन से भी टारगेट किया है। यूक्रेन की वायुसेना ने कहा कि ये हमले पूर्व, पश्चिम और दक्षिण क्षेत्र में हुए हैं। यूक्रेन वायुसेना के अधिकारी इन्हात ने कहा कि दुश्मन ने बहुत जबरदस्त हमले किए हैं और दुर्भाग्य की बात है कि इसमें लोग मारे भी गए हैं। रूस ने कीव एक मेट्रो स्टेशन को भी टारगेट करके हमला किया, जिसमें एक शख्स की मौत हो गई और 21 घायल हुए हैं।
यूक्रेन के पीएम डेनिस स्मिहाल ने कहा कि खारकीव में कम से कम 20 हमले हुए हैं। इनमें से एक अटैक अस्पताल में भी हुआ, जिसमें एक शख्स मारा गया और 11 लोग घायल हुए हैं। यूक्रेन सरकार के अधिकारियों का कहना है कि अब संकट बढ़ रहा है। इसकी वजह यह है कि रूस ने हमले तेज कर दिए हैं, जबकि पश्चिमी देशों से मिल रही मदद अब यूक्रेन तक नहीं आ रही। दरअसल अमेरिका, ब्रिटेन समेत कई देश अब यूक्रेन की मदद से हाथ खींचते दिख रहे हैं। अमेरिका की तो सरकार ने ही स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि यूक्रेन की और ज्यादा मदद करना हमारे लिए मुश्किल होगा।
यूक्रेनी राष्ट्रपति कार्यालय के हेड एंड्री यरमाक ने दुनिया के देशों से अपील की है कि वे रूस के खिलाफ मदद करें। उन्होंने शुक्रवार को एक टेलीग्राम पोस्ट में रूसी अटैक्स को आतंकी हमला करार दिया। उन्होंने कहा कि अब रॉकेट और मिसाइलें फिर से शहर में दागे जा रहे हैं। आम नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है। यह आतंकवादी हमले की स्थिति है। उन्होंने कहा कि यह दुनिया को देखना चाहिए कि आतंकवादी हमलों से निपटने के लिए हमें और सपोर्ट की जरूरत है।