केंद्रीय जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग को लेकर शिकायत करने पहुंचे टीएमसी के कम से कम 10 सांसद चुनाव आयोग के बाहर ही धरने पर बैठ गए। इसमें राज्यसभा और लोकसभा के सांसद शामिल हैं।इसके थोड़ी ही देर के बाद दिल्ली पुलिस की टीम पहुंची और सांसदों को हिरासत में ले लिया। जानकारी के मुताबिक टीएमसी सांसदों ने चुनाव आयोग से मांग की थी कि केंद्रीय जांच एजेंसियों के चीफ को पद से हटा दिया जाए। उन्होंने कहा था कि सीबीआई, ईडी और एनआईए का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है इसलिए उनके चीफ पर कार्रवाई की जाए।
बता दें कि टीएमसी सांसदों का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को चुनाव आयोग पहुंचा। टीएमसी नेता डोला सेन ने कहा कि भाजपा केंद्रीय जांच एजेंसियों को दुरुपयोग कर रही है और विपक्षी नेताओं को झूठे केस में फंसा रही है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को इन जांच एजेंसियों के चीफ को हटा देना चाहिए जिससे कि चुनाव में हर दल को समान मौका मिले। उन्होंने कहा कि भाजपा किसी तरह से चुनाव से पहले ही हमारे नेताओं को गिरफ्तार करवा लेना चाहती है।
टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, हम शाम साढ़े 4 बजे के करीब चुनाव आयोग गए थे। जब हम शांतिपूर्ण ढंग से धरना दे रहे थे तो पुलिस पहुंची और कहा गया कि हमें मंदिर मार्ग पुलिस थाने ले जाया जा रहा है। लेकिन वे हमें डेढ़ घंटे तक यूं ही घुमाते रहे और फिर थाने पहुंचे।
टीएमसी सांसदों की यह भी मांग है कि राज्य की सरकार को जलपाइगुड़ी में तूफान पीड़ितों की मदद के लिए अनुमति दी जाए जिससे कि उनके टूटे घरों का निर्माण करवाया जा सके। बता दें कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ रामलीला मैदान में हुए विरोध प्रदर्शन में भी टीएमसी ने हिस्सा लिया था। हालांकि टीएमसी इंडिया गठबंधन का हिस्सा नहीं है।