जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे ही यूपी की सियासत में भी हर दिन बदलाव होते नजर आ रहे हैं। नए तेवर के साथ यूपी में अपना संगठनात्मक विस्तार करने में जुटी कांग्रेस अपने नेता राहुल गांधी के अमेठी और प्रियंका गांधी के रायबरेली से लोकसभा चुनाव में उतरने की संभावना से खासी उत्साहित नजर आ रही है।
पार्टी को इन दोनों संसदीय क्षेत्रों से सियासी ताकत मिलने की उम्मीद है।
लोकसभा चुनाव की तैयारी की दृष्टि से प्रदेश मुख्यालय पर होने वाली सभी पार्टी की सभी बैठकों में राहुल और प्रियंका को यूपी से चुनाव मैदान में उतरने की मांग उठती रहती है। प्रदेश अध्यक्ष अजय राय खुद भी कई अवसरों पर कह चुके हैं कि अमेठी-रायबरेली की जनता चाहती है कि गांधी परिवार उनकी रहनुमाई करे। रायबरेली से वर्तमान में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी सांसद हैं, जबकि अमेठी से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सांसद हैं।
पिछले चुनाव में अमेठी में राहुल गांधी को पराजय का मुंह देखना पड़ा था, जबकि वायनाड (केरल) से वह भारी मतों से चुनाव जीतने में सफल हुए थे। इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने अमेठी में स्मृति ईरानी को पराजित किया था। यूपी कांग्रेस के नेता चाहते हैं कि राहुल गांधी इस बार भी अमेठी से ही चुनाव लड़ें। उनका मानना है कि यह सीट परंपरागत रूप से कांग्रेस और खासकर गांधी परिवार के पास रही है। ऐसे में यह सीट छोड़ देने से गलत सियासी संदेश जाएगा।
रायबरेली सीट से प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की संभावना इसलिए भी बन रही है क्योंकि सोनिया गांधी अपने खराब स्वास्थ्य के चलते इस बार चुनाव लड़ने से इनकार कर सकती हैं। पिछले लोकसभा चुनाव के समय भी चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी प्रियंका गांधी ने ही संभाली थी। चुनाव जीतने के बाद भी सोनिया गांधी अपने संसदीय क्षेत्र को समय भी नहीं दे पाईं। पार्टी सूत्रों के अनुसार गांधी परिवार अमेठी व रायबरेली संसदीय क्षेत्र के पार्टी कार्यकर्ताओं के संपर्क में बना हुआ है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान का चुनाव परिणाम देखने के बाद चुनाव लड़ने के स्पष्ट संकेत मिलने लगेंगे। पार्टी का स्पष्ट मानना है कि दोनों नेताओं के यूपी से चुनाव लड़ने पर उसे सियासी फायदा होगा।