इजरायल और हमास के बीच चल रहा भीषण युद्ध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। हमास बिना सैनिकों की वापसी के इजरायल से बातचीत को तैयार नहीं तो इजरायल ने हमास के हर गुर्गे के खात्मे तक युद्ध जारी रखने की बात दोहराई है।हमास और इजरायल की इस जिद में गाजावासी पिस रहे हैं। गाजा में हालत बेहद खराब हो गए हैं। खाने-पीने और दवाई जैसी जरूरी चीजों के लिए भी गाजा के लोगों को संघर्ष करना पड़ रहा है। अधिकतर गाजावासी भुखमरी जैसे हालातों से गुजर रहे हैं। इस बीच गाजा के लोगों के लिए एक राहत की खबर सामने आई है। अमेरिका और कतर की मध्यस्थता की बदौलत इजरायल और हमास एक बड़ी डील के करीब पहुंचे हैं।हफ्तों की बातचीत के बाद इजरायल और फिलिस्तीनी अधिकारी गाजा के लोगों के लिए एक मत होने को तैयार हैं। इस खबर पर अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने भी मुहर लगाई है। उन्होंने गाजा में तुरंत संघर्ष विराम की मांग की है। इसके लिए कमला हैरिस आज इजरायली मंत्री से मिलने वाली हैं। ऐसी खबर है कि इजरायल और हमास के बीच रमजान से पहले युद्धविराम की बड़ी डील हो सकती है, जो कम से कम 6 सप्ताह तक रहेगा। इस डील में गाजा के लोगों के लिए बड़े पैमाने पर सहायता की बात प्रमुखता से रखी गई है।अमेरिकी मीडिया वाशिंगटन पोस्ट ने खबर दी है इजरायल और हमास आतंकियों के बीच संघर्ष विराम में दो प्रमुख शर्ते हो सकती हैं। पहला इजरायल के बंधकों की रिहाई और दूसरा गाजा के लोगों के लिए अधिक से अधिक सहायता जुटाना। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि दोनों पक्षों ने सामान्य शर्तों को स्वीकार कर लिया है। इजरायल, हमास और उनके मध्यस्थ रमजान के पवित्र महीने की शुरुआत 10 मार्च से पहले एक समझौता करने की कोशिश कर रहे हैं।कमला हैरिस बोलीं- कम से कम 6 सफ्ताह युद्धविरामअमेरिका की उपराष्ट्रपति हैरिस ने रविवार को कहा था कि इजरायल और हमास के बीच समझौते में कम से कम छह सप्ताह तक तत्काल संघर्ष विराम शामिल होगा, जो दिसंबर में समाप्त हुए एक सप्ताह के विराम के बाद सबसे लंबा संघर्ष विराम होगा। इस संघर्ष विराम में इजरायल और हमास द्वारा बनाए गए बंधकों के आदान-प्रदान शामिल होंगे। इसके अलावा सबसे ऊपर गाजा के लोगों के लिए सहायता वितरण की सुविधा भी शामिल है।व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर जानकारी दी कि युद्धविराम की शर्तों में हमास द्वारा बनाए गए बंधकों को मुक्त करना और गाजा के लोगों को अधिक से अधिक सहायता की अनुमति देना शामिल होगा।
भीषण मानवीय संकट से गुजर रहे गाजावासी
7 अक्टूबर 2023 से शुरू हुआ इजरायल-हमास युद्ध का सबसे बुरा असर गाजा शहर पर पड़ा है। इजरायली सैनिकों के जमीनी और हवाई हमले के बाद गाजावासी बदतर मानवीय संकट का सामना कर रहे हैं। इस युद्ध में अकेले गाजा शहर से कम से कम 30 हजार लोग मारे जा चुके हैं। जिसमें अधिकतर महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं। अमेरिका भी गाजा शहर पर भीषण मानवीय संकट को लेकर बैचेनी जाहिर कर चुके हैं। कमला हैरिस और राष्ट्रपति बाइडेन ने हाल ही में कहा था कि इजरायल को गाजा में अधिक सहायता की अनुमति देनी चाहिए।
संघर्षविराम पर हमास के पाले में गेंद
इजरायल और हमास में होने वाले संभावित संघर्षविराम की सारी बातें हमास पर टिकी हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि हमास ने अभी तक इस युद्धविराम को लेकर आधिकारिक रूप से हामी नहीं भरी है। नाम न छापने की शर्त पर बातचीत की जानकारी रखने वाले एक इजरायली अधिकारी ने बताया कि जब तक हमास की तरफ से कोई जवाब नहीं आ जाता, तब तक इजरायल मिस्र में बातचीत के लिए प्रतिनिधिमंडल नहीं भेजेगा।
उधर, हमास का कहना है कि जब तक इजरायली सैनिक गाजा में निर्दोष लोगों की हत्या करना बंद नहीं कर देते, तब तक युद्धविराम पर बात आगे नहीं की जा सकती। हमास ने हाल ही में गाजा शहर में रसद के लिए इंतजार कर रहे लोगों पर अंधाधुंध गोलियों के लिए इजरायल को दोषी ठहराया था। इस घटना में 104 लोगों की जान चली गई थी।