कांग्रेस आलाकमान के अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होने के फैसले के कुछ दिन बाद पार्टी की हिमाचल प्रदेश इकाई की प्रमुख प्रतिभा सिंह ने मंदिर निर्माण की पहल के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की।सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सामने आए एक वीडियो में सिंह को यह कहते सुना जा सकता है, ”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राम मंदिर निर्माण की पहल वास्तव में सराहनीय है।”उन्होंने यह भी कहा कि उनके दिवंगत पति एवं पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की भगवान में गहरी आस्था थी और उन्होंने राज्य में कई मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया। बाद में, शुक्रवार शाम को हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि उन्हें और उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह को एक संयुक्त निमंत्रण मिला है और उन्होंने 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेने के बारे में अभी कोई फैसला नहीं किया है।
जो आस्था रखते हैं वो कभी भी अयोध्या जा सकते हैं: खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शुक्रवार को कहा कि जो भी आस्था रखते हैं वो किसी भी दिन अयोध्या जा सकते हैं। उन्होंने इस बात पर भर जोर दिया कि कांग्रेस, ‘भाजपा की साजिश’ में आने वाली नहीं है और बेरोजगारी के मुद्दे को उठाती रहेगी। खरगे ने कहा कि उन्हें प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए जो निमंत्रण मिला है वो व्यक्तिगत था और वह इस बारे में बात करेंगे। उनका कहना था, ”जो आस्था रखने वाले लोग हैं, वो आज, कल या परसो, जब चाहें (अयोध्या) जा सकते हैं। मैंने यह बात पहले ही स्पष्ट की थी…यह भाजपा की एक साजिश है और वह इस विषय को लेकर बार-बार वार रही है।”
भाजपा ने अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए कांग्रेस के तीन शीर्ष नेताओं को भेजे गए निमंत्रण को अस्वीकार करने के विपक्षी पार्टी के फैसले की बृहस्पतिवार को आलोचना की थी और दावा किया था कि इससे भारत की संस्कृति और हिंदू धर्म के प्रति पार्टी का स्वाभाविक विरोध उजागर हो गया है। खरगे, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के निमंत्रण को यह कहते हुए ‘ससम्मान अस्वीकार’ कर दिया कि यह भाजपा और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) का आयोजन है तथा ‘अर्द्धनिर्मित मंदिर’ का उद्घाटन चुनावी लाभ के लिए किया जा रहा है।
उच्चतम न्यायालय ने 2019 में एक ऐतिहासिक फैसले में अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया था और हिंदुओं द्वारा पवित्र माने जाने वाले शहर में एक मस्जिद के निर्माण के लिए पांच एकड़ का वैकल्पिक भूखंड मुहैया कराने का आदेश दिया था। इसके परिणामस्वरूप, अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण का काम शुरू हुआ। आगामी 22 जनवरी को ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी मौजूद रहेंगे।