कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर की बेटी को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। दिल्ली की जंगपुरा में रहने वाली सुरन्या अय्यर को उनकी सोसाइटी ने नोटिस दिया है। आरडब्लूए ने उन्हें घर खाली करने की सलाह दी है।सुरन्या के एक फेसबुक पोस्ट को धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाला बताकर उन्हें नोटिस दिया गया है। दरअसल, मुद्दा अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ है। कांग्रेस नेता की बेटी ने प्राण प्रतिष्ठा के खिलाफ तीन दिन की भूख हड़ताल की थी, जिसके वायरल होने के बाद यह आरडब्लूए के संज्ञान में आया।
नोटिस में कहा गया है, ‘हम निवासियों के ऐसे अपशब्दों की सराहना नहीं करते जो शांति भंग कर सकते हैं या धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा सकते हैं। यदि आपने अयोध्या में रामंदिर प्राण प्रतिष्ठा के विरोध में ऐसा किया है तो हम आपको सलाह देंगे कि किसी ऐसी कॉलोनी में जाएं जहां ऐसी नफरत के लिए लोग आंख मूंद लें।’ आरडब्ल्यूए ने यह भी ध्यान दिलाया कि मंदिर का निर्माण सुप्रीम कोर्ट के आदेश से हुआ है। उन्हें फ्रीडम ऑफ स्पीच की सीमा भी याद दिलाई गई है।
दरअसल, सुरन्या अय्यर ने 20 जनवरी को एक वीडियो संदेश के जरिए घोषणा की थी कि वह प्राण प्रतिष्ठा समारोह के विरोध में तीन दिन तक भूख हड़ताल करेंगी। उन्होंने दलील दी थी कि देश के मुसलमानों के दुख जाहिर करने और मुगल सल्तनत के प्रति अपना प्यार भी जाहिर करने के लिए उन्होंने उपवास का फैसला किया। 27 मिनट के वीडियो में वह विस्तार से कई वजहें गिनाती हैं और कहती हैं कि वह हिंदू-मुस्लिम की मिश्रित संस्कृति को पसंद करती हैं।
सुरन्या वीडियो में कहती हैं, ’22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले कार्यक्रम के चलते दिल्ली का माहौल हिंदू अहंकार से भर गया है। एक भारतीय और हिंदू होने के नाते में बहुत दुखी हूं। इस बारे में बहुत सोचने के बाद कि मैं क्या कर सकती हूं, मैंने तीन दिन के उपवास का फैसला किया है। मैं सबसे पहले भारत के अपने मुस्लिम नागरिकों के प्रति प्यार और दुख व्यक्त करने के लिए यह कर रही हूं। आज देश में जो रहा है मैं अपने मुस्लिम भाइयों और बहनों को यह कहे बिना नहीं रह सकती कि मैं आपसे कितना प्यार करती हूं। अयोध्या में हिंदू धर्म और राष्ट्रवाद के नाम पर जो कुछ किया जा रहा है मैं उसकी निंदा करती हूं। यह उपवास मैंने मुगल सल्तनत के प्रति अपना प्यार व्यक्त करने के लिए भी किया है।’