चंडुखाना वाला गप; नीतीश-ललन-संजय झा के बाद राहुल गांधी पर नीरज बरसे, बोले- उन्हें गंभीरता से नहीं लेते

बिहार में जातीय जनगणना के बारे में राहुल गांधी के एक बयान पर सियासत गर्म हो गई है। जदयू के एक के बाद एक नेता कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमलावर हैं। पहले नीतीश कुमार फिर संजय झा उसके बाद ललन सिंह और अब नीरज कुमार ने राहुल गांधी पर जुबानी प्रहार किा है।किया है नीरज कुमार ने यहां तक कर दिया कि राहुल गांधी को कुछ समझ में नहीं आता है। इससे पहले ललन सिंह ने उन्हें पप्पू करार दिया।दरअसल राहुल गांधी अपनी भारत जोरो न्याय यात्रा के तहत सीमांचल के जिलों में दौरा कर रहे हैं। अपने भाषण के दौरान उन्होंने कहा कि बिहार में जातिगत जनगणना कांग्रेस पार्टी के दबाव में हुआ। यह बयान सामने आने के बाद जेडीयू में बौखलाहट उत्पन्न हो गई है। पार्टी के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि जब राज्य में एनडीए की मंत्री परिषद थी उसी समय जातिगत गणना करने का निर्णय लिया गया था। उस समय राहुल गांधी की पार्टी विपक्ष में थी। सरकार ने जो पार्टी मीटिंग बुलाई जिसमें 9 दल शामिल हुए। कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता राहुल गांधी जी को पता नहीं कौन यह सब जानकारी दे देता है और कैसे उनकी बात को समझ लेते हैं कि चंडुखाना वाला गप करने लगते हैं। वह कहते हैं कि हमारे दबाव में जातिगत गणना हुई। तो जो पार्टी मीटिंग में क्या हुआ? नीरज ने कहा कि अगर जातिगतगणना का श्रेय है जाता है तो वह नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में बिहार की सरकार को दिया जाना चाहिए। यूं कहें कि सभी पार्टियों को इसका क्रेडिट मिलना चाहिए। नीरज ने कहा कि राहुल गांधी सुविधा की राजनीति करते हैं और सुविधा के अनुसार तर्क देते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की बात को अब कोई गंभीरता से नहीं लेता है। या तो उन्हें कोई सही फीडबैक नहीं दे रहा और मिल रहा है तो इसकी सही व्याख्या नहीं कर पा रहे हैं।

इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राहुल गांधी फालतू की बात करते हैं। बेवजह क्रेडिट लेने में लगे हैं। हमारी सरकार ने अपने दम पर जातिगत जनगणना कराई। उनकी बात में कोई दम नहीं है। उधर पार्टी के नेता संजय झा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जातिगत जनगणना को लेकर सभी विपक्षी दलों पर दबाव बनाया और अब राहुल गांधी अपना दावा कर रहे हैं।

जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने और कड़वी बात कही। उन्होंने कहा कि पप्पू हैं और पप्पू ही रहेंगे। ऐसे ही चुटकुला करके देश का मनोरंजन करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार सरकार के सात निश्चय में पहले ही यह तय हो गया था कि जाति आधारित गणना कराई जाएगी। यह मुद्दा उन्होंने स्वर्गीय बीपी सिंह की सरकार में ही उठाया था। यहां तक कर दिया कि इंडी गठबंधन की बेंगलुरु और मुंबई की बैठक में जदयू ने जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाया तो ममता बनर्जी ने विरोध किया और राहुल गांधी ने मौन रहकर बंगाल की सीएम का समर्थन कर दिया।

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