कभी सीएम योगी तो कभी अखिलेश यादव के खिलाफ खुलेआम बगावत का झंडा बुलंद करने वाले सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर एक बार फिर बागी मूड में दिखाई दे रहे हैं। यूपी की योगी सरकार में महीनों से मंत्री बनने का इंतजार कर रहे सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर के तेवर भाजपा प्रत्याशियों की पहली लिस्ट सामने आने के साथ ही तल्ख हो गए हैं।खासकर पूर्वांचल की सलेमपुर सीट पर घोषित प्रत्याशी का ओपी राजभर ने खुलेआम विरोध करना शुरू कर दिया है। ऐसे में भाजपा में खलबली मची है। बलिया की सलेमपुर सीट पर मौजूदा सांसद रविंद्र कुशवाहा को भाजपा ने दोबारा टिकट दिया है। यहां पर आयोजित सुभासपा की रैली में ओपी राजभर ने न सिर्फ रविंद्र कुशवाहा के खिलाफ भाषण दिया बल्कि लखनऊ के एक बड़े कारोबारी का नाम लेते हुए उनकी तारीफों के पुल भी बांधे। ओपी राजभर का यह वीडियो तेजी से वायरल हुआ तो बेटे अरविंद राजभर की सफाई भी आई है।
रविवार को सलेमपुर के सिकंदरपुर में चेतनकिशोर के मैदान में सुभासपा ने रैली का आयोजन किया। इस रैली में ओपी राजभर ने पहले लखनऊ के कारोबारी राजेश दयाल का नाम लेते हुए तारीफ की इसके बाद रविंद्र कुशवाहा पर किसी की मदद नहीं करने का आरोप लगाते हुए निशाना साधना शुरू कर दिया। राजभर ने कहा सत्ता में रहते हुए कुछ करने की हिम्मत तो है नहीं। जबकि इसी धरती पर रहते हुए राजेश सिंह दयाल जैसे नेता ने गरीबों के बीच घूम-घूमकर मदद की। चाहे डॉक्टर का सवाल हो या इलाज का कराने की बात हो, लाखों रुपए खर्च कर मदद करते रहे। गरीबों का इलाज कराने का काम कर रहे हैं।
कहा कि बिना सत्ता में गए ओमप्रकाऱ राजभर के साथ कंधा से कंधा मिलाते हुए गरीबों की मदद करते रहे। दूसरी ओर यहां से जो पांच-पांच, दस-दस साल सांसद रहे क्या किसी भी गरीब को इलाज के लिए पांच हजार रुपया दिया है। हम जहूराबाद से विधायक हैं। हमारे पास यहीं के साथी ने इलाज के लिए पैसे की जरूरत की बात कही तो उसका इस्टीमेट बनवाया। 12 लाख का इस्टीमेट बना और तीसरे दिन अस्पताल के खाते में पैसा आ गया।
ओपी राजभर के ताजा रुख से कम के कम बलिया में भाजपा को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। बताया जा रहा है कि सुभासपा सलेमपुर सीट भी भाजपा से मांग रही थी। जिस कारोबारी राजेश दयाल की तारीफें ओपी राजभर ने मंच से की वह चुनाव की तैयारियों में लगे थे। बलिया में कई आयोजन करा चुके थे। सूत्रों की मानें तो ओपी राजभर ने दयाल को टिकट के लिए भाजपा में भी पैरवी की थी लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी है। सुभासपा को यूपी में फिलहाल भाजपा ने केवल एक सीट मऊ की घोसी दी है। अभी इस पर आधिकारिक रूप से प्रत्याशी की घोषणा सुभासपा ने नहीं की है।
माना जा रहा है कि यहां से ओपी राजभर के बेटे अरविंद राजभर भी उतर सकते हैं। भाजपा से ओपी राजभर की नाराजगी को लेकर अटकलें कई दिनों से चल रही थीं। अब मंच से ही भाषणबाजी ने अटकलों को और हवा दे दी है। एबीपी न्यूज के अनुसार इससे पहले बलिया में ही ओपी राजभर ने कहा कि बीजेपी 30 सालों से एक ही उम्मीदवार को टिकट दे रही है। मतदाता बीजेपी प्रत्याशी का विरोध कर रहा है।
वहीं, ओपी राजभर के बेटे और पार्टी के महासचिव अरविंद राजभर का कहना है कि बात सपा के सांसद रामशंकर विद्यार्थी की और सपा के पूर्व के कार्यकाल की हो रही थी। जो कार्यक्रम में नहीं जाने के लिए रोक रहे थे। खबर की दिखा परिवर्तित की जा रही है। रामशंकर विद्यार्थी भी एक बार सलेमपुर से सांसद रहे हैं।