राजा भैया ने खोल दिए पत्‍ते, राज्‍यसभा चुनाव में बीजेपी साथ देंगे; जानें समीकरण

राजा भैया ने पिछले कुछ दिनों से चल रही अटकलों पर विराम लगा दिया है। सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के उनसे मुलाकात करने के बाद से राज्यसभा चुनाव में उनके और उनकी पार्टी के एक अन्य विधायक के सपा खेमे में जाने की सम्भावनाएं जताई जा रही थीं लेकिन सोमवार को राजा भैया ने साफ कर दिया कि राज्यसभा चुनाव में जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) (JDL) एनडीए का ही साथ देगा।यूपी में राज्यसभा की 10 सीटों पर चुनाव के लिए मतदान की तारीख करीब आते ही राजनीतिक दलों ने कोशिशें तेज कर दी हैं। संख्याबल के हिसाब से समाजवादी पार्टी को दो और भाजपा को सात प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने में कोई दिक्कत नहीं आने वाली लेकिन सपा ने तीसरे और भाजपा ने आठवें उम्मीदवार की जीत के लिए पूरी ताकत लगा रखी है। ऐसे में एक-एक वोट का महत्व बढ़ गया है। राजा भैया के जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) पर भी दोनों पार्टियों की नज़र है।इस बीच समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने राजा भैया के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की तो अटकलें तेज हो गईं। हालांकि इसके अगले ही दिन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी भी राजा भैया से मिलने पहुंच गए थे। दूसरी तरह, खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सक्रिय हो गए थे। इन सब कवायदों का परिणाम यह रहा कि अब राजा भैया ने साफ कर दिया है कि राज्यसभा चुनाव में वह भाजपा के साथ हैं।
राज्यसभा चुनाव में वोटोंं का गणित
यूपी विधानसभा में संख्या बल के हिसाब इस वक्त एनडीए के पास कुल 277 वोट हैं। एक सीट पर जीत के लिए 37 वोटों की जरूरत है। ऐसे में एनडीए के सभी उम्मीदवारों को 37-37 वोट दिए जाने के बाद एनडीए के पास 18 वोट बचेंगे। रालोद के नौ वोट भी एनडीए को मिलेंगे। इसके साथ ही अब राजा भैया के जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के दो वोट भी मिलने के ऐलान के बाद आठवें प्रत्याशी को लेकर एनडीए की स्थिति काफी मजबूत हो गई है।
सपा की मुश्किलें बढ़ीं
राजा भैया के ताजा ऐलान के बाद राज्यसभा चुनाव में तीसरे प्रत्याशी की जीत के लिए ऐड़ी-चोटी का दम लगा रही समाजवादी पार्टी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। समाजवादी पार्टी के पास कुल 108 वोट हैं। कांग्रेस से गठबंधन के बाद उसके दो वोट भी सपा को मिल सकते हैं। इसके बाद भी तीसरे उम्मीदवार की जीत के लिए उन्हें एक और वोट की जरूरत होगी। सपा के दो विधायक अभी जेल में हैं। यदि उन्हें मतदान में शामिल होने की इजाजत नहीं मिलती है तो सपा की वोटों की जरूरत बढ़ जाएगी। इस बीच पल्लवी पटेल की नाराजगी के चलते उनके वोट को लेकर भी संशय बना हुआ है।
अखिलेश ने विधायकों को सहेजा
इस बीच समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी के विधायकों को लखनऊ में ही रोक लिया है। राज्यसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार की कोशिश होगी वे हर तरह का दबाव बनाएंगे लेकिन विधायक अपनी मर्जी से वोट डालेंगे। उन पर दबाव नहीं चलेगा।
राजा भैया से मिले ओमप्रकाश राजभर
उधर, राजा भैया के ऐलान से ठीक पहले सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने भी उनसे मुलाकात की थी। पार्टी नेता अरुण राजभर ने इस मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए जानकारी दी थी।
आठों सीटों पर जीत का बीजेपी का दावा
इस बीच यूपी भाजपा के अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि हमारी पार्टी के आठों प्रत्याशी बड़े अंतर से राज्यसभा चुनाव जीतेंगे। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भाजपा के आठों प्रत्याशी राज्यसभा चुनाव जीत रहे हैं और अच्छे अंतर से जीत रहे हैं। राज्यसभा चुनाव को लेकर भाजपा गठबंधन आश्वस्त है।

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