बीजेपी के पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी के अमेठी से चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही थीं। कयास लग रहे थे कि वरुण गांधी आगामी लोकसभा चुनाव में अमेठी से निर्दलीय मैदान में उतर सकते हैं और सपा व कांग्रेस वहां से उनका समर्थन कर सकती है।हालांकि, अब बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने अमेठी से चुनाव लड़ने की अटकलों को खारिज कर दिया है। मालूम हो कि अमेठी कई दशकों तक गांधी परिवार का गढ़ रही है। यहां से राहुल गांधी खुद 15 सालों तक सांसद रहे। हालांकि, पिछले चुनाव में बीजेपी की स्मृति ईरानी ने राहुल को हरा दिया था।वरुण गांधी पिछले कई सालों से बीजेपी से नाराज बताए जाते रहे हैं। किसान आंदोलन, लखीमपुर खीरी कांड समेत कई ऐसे मामले रहे, जब वह अपनी ही राज्य और केंद्र सरकार पर हमलावर रहे। हालांकि, पिछले कुछ दिनों में वरुण के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर बदलाव देखने को मिला है और अब वे बीजेपी व पीएम मोदी से संबंधित पोस्ट्स को रि-पोस्ट कर रहे हैं। वरुण के कई सालों तक बीजेपी सरकार पर ही हमलावर होने की वजह से अटकलें हैं कि इस बार बीजेपी से उनका टिकट कट सकता है। पीलीभीत से बीजेपी किसी अन्य उम्मीदवार को मैदान में उतार सकती है। ऐसे में वरुण के अमेठी से चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जाने लगीं। साथ ही, कांग्रेस व सपा वरुण को समर्थन भी दे सकती है। ‘लाइव मिंट’ की रिपोर्ट के अनुसार, बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने अमेठी से चुनाव लड़ने की अटकलों को खारिज कर दिया है।
बता दें कि वरुण गांधी लगातार बीजेपी सरकार पर हमला बोलते रहे हैं। पिछले साल दिसंबर में, वरुण ने हवाई अड्डों पर शराब की दुकानों की तर्ज पर रेलवे स्टेशनों पर शराब की बिक्री की अनुमति देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना की थी। इससे पहले, अक्टूबर 2023 में, उन्होंने अमेठी में संजय गांधी अस्पताल के लाइसेंस को निलंबित करने को लेकर यूपी सरकार के प्रशासन को आड़े हाथों लिया था। बाद में, इलाहाबाद हाई कोर्ट ने निलंबन पर रोक लगा दी, जिसकी भाजपा नेता ने प्रशंसा की। उससे पहले, 2020-21 में, वरुण ने किसान आंदोलन का भी समर्थन किया था। इसी दौरान वरुण को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारी समिति से भी हटा दिया गया। उस समय, अटकलें लगाई जा रही थीं कि वरुण गांधी 2022 में यूपी विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल हो सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।