हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के संकट पर महासचिव प्रियंका गांधी ने चुप्पी तोड़ी है। प्रियंका गांधी ने कहा है कि भाजपा धनबल का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने भाजपा पर खरीद-फरोख्त के आरोप लगाए हैं।राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के छह और तीन निर्दलीय विधायकों की क्रॉस वोटिंग के बाद हिमाचल की सुखविदंर सिंह सुक्खू सरकार पर संकट के बादल आ गए हैं।प्रियंका गांधी ने बुधवार को एक्स पर कहा, ‘लोकतंत्र में आम जनता को अपनी पसंद की सरकार चुनने का अधिकार है। हिमाचल की जनता ने अपने इसी अधिकार का इस्तेमाल किया और स्पष्ट बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनाई। लेकिन भाजपा धनबल, एजेंसियों की ताकत और केंद्र की सत्ता का दुरुपयोग करके हिमाचल वासियों के इस अधिकार को कुचलना चाहती है। इस मकसद के लिए जिस तरह भाजपा सरकारी सुरक्षा और मशीनरी का इस्तेमाल कर रही है, वह देश के इतिहास में अभूतपूर्व है।’प्रियंका गांधी ने भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया। उन्होंने कहा,’25 विधायकों वाली पार्टी यदि 43 विधायकों के बहुमत को चुनौती दे रही है, तो इसका मतलब साफ है कि वो प्रतिनिधियों के खरीद-फरोख्त पर निर्भर है। इनका यह रवैया अनैतिक और असंवैधानिक है। हिमाचल और देश की जनता सब देख रही है। जो भाजपा प्राकृतिक आपदा के समय प्रदेशवासियों के साथ खड़ी नहीं हुई, अब प्रदेश को राजनीतिक आपदा में धकेलना चाहती है।’गौरतलब है कि विधायकों की क्रॉस वोटिंग के बाद कांग्रेस सरकार के लिए मुश्किलें उस वक्त और ज्यादा बढ़ गईं जब पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने बुधवार को इस्तीफा दे दिया। अपने पिता के अपमान का आरोप लगाते हुए विक्रमादित्य भावुक हो गए और सुक्खू सरकार पर कई आरोप लगाए। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वह अगले कुछ दिनों में अपने लोगों से बात करके आगे का फैसला लेंगे। बागी गुट की ओर नेतृत्व परिवर्तन की मांग के बीच सुक्खू ने कहा कि उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है और योद्धा की तरह युद्ध लड़ते रहेंगे।