आधी रात को रूस के दागिस्तान में एयरपोर्ट पर फिलिस्तीन के समर्थन में भीड़ के उपद्रव मचाने और अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाने को लेकर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भड़के हुए हैं। उन्होंने इसके पीछे पश्चिमी देशों और यूक्रेन पर रूस के अंदर अशांति फैलाने का आरोप लगाया है।यह घटना रविवार आधी रात की है, जब इजरायल से एक विमान के पहुंचने की खबर पर भीड़ एयरपोर्ट में घुस गई थी। भीड़ का मकसद यहूदियों को निशाने पर लेना था। आरोप है कि भीड़ में मौजूद लोगों ने यात्रियों के पासपोर्ट भी चेक किए।29 अक्टूबर की आधी रात को रूस के दागिस्तान क्षेत्र स्थित एक एयरपोर्ट पर भीड़ के हमले से पूरी दुनिया स्तब्ध है। इजरायल और हमास में चल रही जंग के बीच रूस में इस तरह की पहली घटना सामने आई है। इजरायल से एक विमान की लैंडिंग की सूचना भीड़ ने एयरपोर्ट पर हमला बोल दिया था। लोगों की भीड़ रनवे पर दौड़ती नजर आई। कुछ लोगों को विमान के ऊपर चढ़कर अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाते हुए भी देखा गया। इस घटना पर संयुक्त राज्य अमेरिका ने भी बयान दिया है। घटना की कड़ी निंदा करते हुए विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि यह “एक नरसंहार जैसा लग रहा था।”
पुतिन का आरोप- यूक्रेन और पश्चिम की साजिश
रूसी एयरपोर्ट पर भीड़ के हमले को लेकर व्लादिमीर पुतिन का बड़ा बयान सामने आया है। पुतिन ने इसके पीछे पश्चिम देशों और यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराया है। पुतिन ने कहा कि यूक्रेन और पश्चिम रूस के अंदर अशांति फैला रहे हैं।
उधर, इस घटना पर यूक्रेन ने अपना पल्ला झाड़ दिया है। यूक्रेनी राष्ट्रपति के सलाहकार मायखाइलो पोडोल्याक ने रॉयटर्स को बताया कि कीव का हिंसा से “कोई लेना-देना नहीं” था, जबकि एक वरिष्ठ रूसी अधिकारी ने कहा कि एयरपोर्ट पर हमला करने वाले लोगों के खिलाफ सख्स से सख्त कार्रवाई की जाएगी।