यूपी में अजब-गजब मामला सामने आया है। अमरोहा जिले में लगे तिगरी गंगा मेले मेले में सैक्ड़ों की तादात में श्रद्धालु पुण्य कमाने पहुंचे थे। कुछ श्रद्धालुओं ने यहां टेंट किराया पर लिया।हैरान करने वाली बात तो ये है कि जिस टेंट में श्रद्धालुओं को आसरा मिला उसी टेंट का सामान उठाकर श्रद्धालु फरार हो गए। श्रद्धालुओं ने टेंट मालिक का किराया तक नहीं दिया। इस बात की जानकारी जब मेले के आयोजक और प्रशासन को लगी तो वह भी दंग रह गए। इसके बाद टेंट मालिक ने रिपोर्ट दर्ज कराई लेकिन रिपोर्ट नहीं लिखी गई। टेंट मालिक सीधे कोर्ट पहुंचा। कोर्ट के आदेश पर हरियाणा राज्य के निवासी चार लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
जानकारी के अनुसार क्षेत्र के गांव नगलिया मेव निवासी नन्हे सिंह ने तिगरी गंगा मेले में टेंट की दुकान लगाई थी। हरियाणा राज्य के पलवल के गदपुरी थाना क्षेत्र में स्थित गांव जनोली निवासी हरकेश और उसके साथियों ने नन्हें से टेंट किराए पर लिया था। टेंट और अन्य सामान का किराया लगभग 94 हजार रुपये था। इसमें से 17 हजार रुपये दे दिए थे, जबकि 77 हजार रुपये बकाया थे। आरोप है कि श्रद्धालुओं ने न तो बकाया किराये का भुगतान किया और न ही टेंट का सामान ही वापस किया। आरोपी टेंट के सामान संग किराया हड़प कर मौके से फरार हो गए।
इसके बाद परेशान नन्हे ने उन्हें कई बार फोन किया, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल सका। आरोप है कि इसके बाद बीती 21 दिसंबर को आरोपी कार से गांव ख्यालीपुर ढाल पहुंचे और नन्हे को टेंट का सामान देने के बहाने बुलाया। वहां उसके साथ मारपीट की और जाति सूचक शब्द कहे। परेशान पीड़ित ने तहरीर पुलिस को दी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद उसने कोर्ट की शरण ली। प्रभारी निरीक्षक हरीश वर्धन ने मामले में कोर्ट के आदेश पर हरकेश, जगदीश और उनके दो अज्ञात साथियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू करने की बात कही।
तिगरी गंगा मेले से हर साल चोरी होता है सामान
तिगरी गंगा मेला पश्चिमी यूपी संग आसपास हरियाणा, दिल्ली आदि राज्यों के श्रद्धालुओं की आस्था का बड़ा केंद्र माना जाता है। वहीं इस मेले में चोरी की घटनाएं भी आम रहती हैं। हर साल गंगा मेले से लाखों रुपये कीमत का सामान चोरी कर लिया जाता है। इसके चलते ठेकेदारों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ता है।