कांग्रेस पार्टी ने महाराष्ट्र की करारी हार के बाद CWC की बैठक बुलाई. इसमें पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि भारत को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की बजाय पारंपरिक बैलेट पेपर पर लौटना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मामले में कोई बीच का रास्ता नहीं हो सकता, या तो ईवीएम हो या फिर बैलेट.इसके साथ ही सूत्रों की मानें तो पार्टी नेता राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव आयोग पर अब सवाल खड़े करने होंगे, क्योंकि पूरी चुनावी प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है.चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार कांग्रेस ने जातिगत जनगणना और आरक्षण की सीमा 50 फीसदी से बढ़ाने पर स्पष्ट रुख अपनाया है, उसी तरह अन्य मुद्दों, जैसे संभल मामला, पर भी मजबूत रुख अपनाने की जरूरत है.
बैठक के बाद बोले वेणुगोपाल
बैठक के बारे में केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया. CWC ने पार्टी के चुनावी प्रदर्शन और संगठनात्मक मुद्दों को लेकर आंतरिक समितियों के गठन का निर्णय लिया है, जो ब्लॉक और जिले स्तर पर पार्टी की स्थिति का आकलन करेंगे. इसके साथ ही वेणुगोपाल ने कहा कि CWC ने बैठक में पार्टी की रणनीतियों और आगामी चुनावों के लिए संगठनात्मक तैयारी को मजबूत करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का संकल्प लिया गया है.चुनाव आयोग पर दबाव जरूरी
कांग्रेस ने तय किया है कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की तर्ज पर चुनाव आयोग की जवाबदेही सुनिश्चित करने पर ध्यान दिया जाएगा. वहीं पार्टी का मानना है कि निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए चुनाव आयोग पर दबाव बनाना जरूरी है. इसके साथ ही CWC ने 1991 के ‘प्लेस ऑफ वर्शिप (स्पेशल प्रोविज़न्स) एक्ट’ के तहत अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया, जिसे भाजपा द्वारा खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है.
इसके अलावा, कांग्रेस ने महात्मा गांधी के अध्यक्ष बनने की 100वीं वर्षगांठ को मनाने का निर्णय लिया है. यह समारोह दिसंबर में बेलागवी में आयोजित किया जाएगा. यहां पार्टी गांधीजी के योगदान को याद करेगी. इसके बाद, बेलागवी में एक विस्तारित कार्यकारी समिति की बैठक और विशाल रैली भी आयोजित की जाएगी, जिसका उद्देश्य पार्टी के कार्यकर्ताओं और आम जनता के बीच उत्साह और जोश का संचार करना है.
जम्मू-कश्मीर के नतीजो पर जताई खुशी
जम्मू-कश्मीर में NC-INC गठबंधन को जनता का विश्वास मिलने पर भी CWC ने खुशी जताई, हालांकि पार्टी ने माना कि अपनी उम्मीदों के मुकाबले प्रदर्शन बेहतर हो सकता था. वहीं, हरियाणा और महाराष्ट्र में पार्टी के प्रदर्शन को लेकर भी चिंता जताई गई. हरियाणा में कांग्रेस को स्पष्ट जीत की उम्मीद थी, लेकिन चुनावी गड़बड़ियों ने परिणाम को प्रभावित किया. महाराष्ट्र में पार्टी और MVA सहयोगियों का प्रदर्शन अप्रत्याशित और आश्चर्यजनक रहा, जिसे गहरी राजनीतिक साजिश के रूप में देखा गया.