पाकिस्तान में आम चुनाव के बाद धीमी गति से जारी मतगणना की प्रक्रिया शनिवार को पूरी होने के करीब है, मगर किसी भी राजनीतिक दल को स्पष्ट बहुमत मिलता प्रतीत नहीं हो रहा है। इस बीच, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) ने मिलकर गठबंधन सरकार बनाने का ऐलान कर दिया है।दोनों पार्टियां केंद्र और पंजाब में गठबंधन सरकार बनाने पर सहमत हुई हैं। शहबाज शरीफ की बिलावल भुट्टो और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से मुलाकात के बाद यह घोषणा की गई। इस तरह, नकदी संकट से जूझ रहे देश में राजनीतिक स्थिरता अब भी पूरा न होने वाला सपना लग रही है।
रिपोर्ट के अनुसार, पीएमएल-एन प्रमुख नवाज शरीफ के भाई पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पंजाब के कार्यवाहक मुख्यमंत्री मोहसिन नकवी के आवास पर PPP नेताओं से मुलाकात की। पार्टी सूत्रों ने बताया कि शहबाज ने जरदारी से सरकार गठन पर चर्चा की और नवाज शरीफ का संदेश भी पहुंचाया। यह मुलाकात करीब 45 मिनट तक चली। इस दौरान शहबाज ने बिलावल भुट्टो और उनके पिता आसिफ अली जरदारी को पाकिस्तान में राजनीतिक व आर्थिक स्थिरता के लिए PML-N नेतृत्व के साथ आने को कहा। सूत्रों के हवाले बताया गया कि दोनों पीपीपी नेता केंद्र और पंजाब में सरकार बनाने पर सहमत हुए हैं। दोनों के बीच एक और बैठक होगी और सत्ता-बंटवारे के फॉर्मूले को अंतिम रूप दिया जाएगा। यह देखना होगा कि कौन सा पद संभालता है और प्रधानमंत्री की कुर्सी किसे मिलती है।
मतों में हेर-फेर किए जाने की आशंका
मालूम हो कि नेशनल असेंबली की 336 सीट में से 266 पर ही मतदान कराया जाता है, लेकिन बाजौर में हमले में एक उम्मीदवार की मौत हो जाने के बाद इस सीट पर मतदान स्थगित कर दिया गया था। अन्य 60 सीट महिलाओं के लिए और 10 अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित हैं। ये जीतने वाले दलों को आनुपातिक प्रतिनिधित्व के आधार पर आवंटित की जाती हैं। नई सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 265 सीट में से 133 सीट जीतनी होंगी। आम चुनावों के लिए मतदान गुरुवार शाम 5 बजे समाप्त हुआ था और इसके तुरंत बाद मतों की गणना शुरू हो गई। उम्मीद थी कि मतगणना के परिणाम शुक्रवार सुबह तक उपलब्ध हो जाएंगे लेकिन परिणाम की घोषणा में देरी के बाद मतों में हेर-फेर किए जाने की आशंका को बल मिला।
250 सीट पर मतगणना पूरी
पाकिस्तान निर्वाचन आयोग के अनुसार, नेशनल असेंबली की 250 सीट पर मतगणना पूरी हो चुकी है और निर्दलीय उम्मीदवारों ने सर्वाधिक 99 सीट जीती हैं। इनमें से अधिकतर उम्मीदवार पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) की ओर से समर्थित हैं। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने 71, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने 53 सीट और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट ने 17 सीट पर जीत हासिल की है। निर्दलीय उम्मीदवार भले ही खान की पार्टी के समर्थन से चुने गए हैं लेकिन वे किसी भी दल में शामिल हो सकते हैं, जिसके कारण अस्थिरता की आशंका है।