कांग्रेस ने आयरलैंड में भारत के राजदूत को बर्खास्त करने की मांग की है। कांग्रेस ने कहा कि आयरिश टाइम्स में छपे एक संपादकीय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आरोपों का जवाब देते हुए आयरलैंड में भारतीय राजदूत द्वारा विपक्ष पर हमला करना “बेहूदा और अपमानजनक” था।कांग्रेस के मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने भारतीय राजदूत अखिलेश मिश्रा का जिक्र करते हुए कहा कि एक राजदूत से “एक पार्टी विशेषज्ञ की तरह” विपक्षी दलों पर खुलेआम हमला करने की उम्मीद नहीं की जाती थी।
कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि एक राजनयिक का सरेआम ‘पार्टी सदस्य’ की तरह विपक्षी दलों पर हमला करना ‘शर्मनाक व्यवहार’ है और उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए। ‘द आइरिश टाइम्स’ को दिए अपने जवाब में भारतीय राजदूत अखिलेश मिश्रा की टिप्पणी को लेकर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश उन पर निशाना साधा।
अखबार में 11 अप्रैल को छपे संपादकीय को लेकर भेजे जवाब में मिश्रा ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर अभूतपूर्व लोकप्रियता और कद हासिल है। यह नवीन, समावेशी शासन और सतत विकास पर त्रुटिहीन व्यक्तिगत चरित्र और ईमानदारी और विचारवान नेतृत्व के कारण है।’’ राजदूत ने यह भी लिखा, ‘‘भ्रष्टाचार की गहरी जड़ें जमा चुके तंत्र (भारत में एक ही वंशवादी पार्टी द्वारा 55 साल के शासन द्वारा निर्मित) के खिलाफ लड़ाई मोदी की लगातार बढ़ती लोकप्रियता के पीछे एक प्रमुख कारक है।’’
उनकी इस टिप्पणी को लेकर रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘भारत सरकार का बचाव करना एक बात है और (एक राजनयिक से) इसकी उम्मीद भी की जानी चाहिए। लेकिन एक पक्ष की तरह इस तरह से विपक्षी दलों पर खुलेआम हमला करने की उम्मीद नहीं की जाती है।’’ उन्होंने यह भी कहा, ‘‘यह राजदूत वास्तव में एक ‘करियर डिप्लोमैट’ हैं, जो उनकी टिप्पणियों को और भी शर्मनाक, अपमानजनक और पूरी तरह से अस्वीकार्य बनाता है। उन्होंने वास्तव में विदेश सेवा नियमों का उल्लंघन किया है और उन्हें तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए।’’