दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को खत लिखा है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने चिट्ठी लिख शिकायत की है कि कुछ अधिकारी अहम बैठक में नहीं आए। गोपाल राय ने सीएम को लिखी चिट्ठी में कहा है कि बढ़ते प्रदूषण को लेकर आयोजित बैठक में कुछ अधिकारी अनुपस्थित रहे।
इसके साथ ही गोपाल राय ने चिट्ठी के जरिए सीएम अरविंद केजरीवाल से मांग की है कि वो NCCSA की बैठक बुलाएं और ऐसे अफसरों की नियुक्ति करें जो प्रदूषण कम करने के लिए का करें।
गोपाल राय केजरीवाल को लिखी चिट्ठी में कहा कि हवा की गति कम होने की वजह से दिल्ली का AQI 300 से ज्यादा हो गया है। दिल्ली में इस वक्त हवा बेहद खराब श्रेणी में है। प्रदूषण को देखते हुए ग्रैप-2 के नियमों को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए दिल्ली सचिवालय में संबंधित विभागों की एक अहम बैठक बुलाई थी लेकिन इस बैठक में अफसर नहीं आए।
ये अधिकारी नहीं आए…
सीएम को दी गई शिकायत में गोपाल राय ने कहा कि ग्रैप-2 के नियमों को लागू करने में पर्यावरण विभाग, डीपीसीओ, राजस्व विभाग एवं ट्रांसपोर्ट विभाग के अधिकारियों की अहम भूमिका है। पर्यावरण मंत्री ने कहा कि लेकिन इस बैठक में पर्यावरण विभाग के प्रमुख सचिव ए.के.सिंह, राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव अश्वनी कुमार और परिवहन विभाग के आयुक्त एवं प्रमुख सचिव आशीष कुंद्रा अनुपस्थित रहे।
दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक मई के बाद पहली बार रविवार को ‘बहुत खराब’ श्रेणी में चला गया था। इसका मुख्य कारण तापमान में गिरावट और हवा की रफ्तार में कमी आना है जिससे प्रदूषक जमा हो जाते हैं। दिल्ली में मौजूदा सर्वाधिक प्रदूषित क्षेत्रों के अलावा हम ऐसे आठ और स्थानों पर ध्यान दे रहे हैं जहां एक्यूआई (वायु गुणवत्ता सूचकांक) 300 अंक से ज्यादा है। इन स्थानों में शादीपुर, आईटीओ, मंदिर मार्ग, नेहरू नगर, पटपड़गंज, सोनिया विहार, ध्यानचंद स्टेडियम और मोती बाग शामिल हैं।”