महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार ने प्रदेश के डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़णवीस और बीजेपी नेताओं द्वारा अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को बचकाना कहा है। फडणवीस ने कहा था कि महाराष्ट्र आरक्षण को लेकर आंदोलन कर रहे मनोज जारांगे पवार की स्क्रिप्ट पढ़ रहे हैं।शरद पवार का कहना है कि मैंने ज़िम्मेदार पदों पर बैठे लोगों को ऐसे बचकाने बयान देते कभी नहीं देखा। उधर, इस पूरे मामले में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जांच की घोषणा कर दी है।इससे पहले महाराष्ट्र भाजपा एमएलसी प्रवीण दरेकर ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की टिप्पणी का समर्थन करते हुए मनोज जारांगे पाटिल की गिरफ्तारी की मांग की और दावा किया कि शरद पवार ने मराठा आरक्षण कार्यकर्ता के साथ अशांति पैदा करने की साजिश रची थी। एकनाथ शिंदे ने राज्य विधानसभा में कहा, “एसआईटी (विशेष जांच दल) का गठन किया जाएगा और वह अपनी जांच करेगी और सभी चीजें सामने आएंगी।”ऐसे आरोप हैं कि पाटिल के आंदोलन के पीछे शरद पवार थे। दरेकर ने दावा किया कि इस साजिश में कांग्रेस विधायक राजेश टोपे और एनसीपी विधायक रोहित पवार भी शामिल थे। अब इस पूरे मामले में शरद पवार ने चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि ”मैं जारांगे के संपर्क में नहीं हूं। उन्हें मेरे कॉल रिकॉर्ड की जांच करने दीजिए।”उन्होंने कहा, “मैं जारांगे से केवल एक बार मिला था। तब मैंने उनसे कहा था कि वह ऐसा कुछ भी न करें जिससे दो समुदायों के बीच दरार पैदा हो।”