जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों ने मंगलवार को हेड कांस्टेबल को गोली मार दी। न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, गोलीबारी की यह घटना पुलिस ऑफिसर के घर पर ही हुई। यह मामला बारामूला जिले के वेलू क्रालपोरा का है।इस खबर को लेकर अभी और अधिक जानकारी आने का इंतजार किया जा रहा है। मालूम हो कि कश्मीर घाटी में लगातार तीसरे दिन यह आतंकवादी हमला हुआ है। पुलवामा जिले में सोमवार को आतंकवादियों ने गोली मारकर उत्तर प्रदेश के एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी। इससे पहले रविवार को आतंकी ने एक पुलिस अधिकारी को निशाना बनाया था।सोमवार की घटना दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के तुमची नौपोरा में हुई, जब मजदूर मुकेश कुमार सब्जी खरीदने बाजार गया था। यह घटना प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी की ओर से रविवार को श्रीनगर शहर में पुलिस इंस्पेक्टर मसरूर अहमद वानी को क्रिकेट खेलने के दौरान गोली मारने और गंभीर रूप से घायल करने के 24 घंटे से भी कम समय बाद हुई। अधिकारियों ने बताया कि कुमार बुनाई उद्योग से जुड़ा था और गोली लगने के बाद अस्पताल में मौत हो गई।मुकेश के साथ कमरे में रहने वाले उत्तर प्रदेश के ही अन्य मजदूर ने कहा कि उन्होंने गोली की आवाज सुनी, लेकिन उन्हें हत्या के बारे में तब पता चला, जब उनसे मृतक की पहचान करने के लिए कहा गया। कई गैर-स्थानीय मजदूर लंबे समय से कश्मीर घाटी में बढ़ई, राजमिस्त्री, प्लंबर और ईंट भट्टों के साथ-साथ बुनाई उद्योग में काम कर रहे हैं। प्रवासी मजदूरों पर हमलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। सोमवार का हमला इस साल प्रवासियों पर तीसरा ऐसा हमला है। इस साल मई में अनंतनाग जिले में आतंकवादियों ने एक सर्कस कर्मचारी की हत्या कर दी थी, जबकि जुलाई में शोपियां जिले में बिहार के तीन मजदूरों को गोली मारकर घायल कर दिया था।जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने कहा था कि खतरा अब भी है और पुलिस कर्मियों को पुलिस अधिकारी पर हमले जैसी घटनाओं के प्रति सतर्क रहना चाहिए। डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा, ‘हमें सतर्क रहना होगा। खतरा अब भी बरकरार है। हम इन्हें हल्के में नहीं ले सकते। हमें सावधान रहना होगा, हमें सतर्क रहना होगा। मैं प्रार्थना करता हूं कि वह (वानी) जल्द ठीक हो जाएं।’