पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव और गाजा में बिगड़ती स्थिति के बीच, इस्लामिक देशों के कई नेता भारत दौरे पर आने वाले हैं। अरब इस्लामी देशों के विदेश मंत्रियों का एक प्रतिनिधिमंडल इस सप्ताह दिल्ली का दौरा करने वाला है।प्रतिनिधिमंडल में सऊदी विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान अल सऊद, जॉर्डन के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री अयमान सफादी, मिस्र के विदेश मंत्री समेह शौकरी के शामिल होने की उम्मीद है। इनके अलावा फिलिस्तीनी विदेश मंत्री रियाद अल-मलिकी भी भारत दौरे पर आने वाले हैं।WION की रिपोर्ट के मुताबिक, विदेश मंत्री की यात्रा का प्राथमिक एजेंडा पश्चिम एशिया में चल रहे संकट के संबंध में चर्चा करना है। वे विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर के साथ बैठक करेंगे। बता दें कि यह प्रतिनिधिमंडल पहले चीन में था। अब इसके भारत आने की उम्मीद है। हमास द्वारा 7 अक्टूबर को किए गए हमले के बाद से इजरायल ने जवाबी कार्रवाई की है। जिससे कथित तौर पर गाजा में 12,000 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई। वहीं इजरायल में 1,200 लोगों की मौत हुई थी।अरब और मुस्लिम देशों के विदेश मंत्रियों का प्रतिनिधिमंडल बीजिंग में अहम बैठक कर रहा था। चीन के विदेश मंत्री वांग यी से उनकी चर्चा हुई है। दो दिन ये मंत्री गाजा में इजरायली हमलों को रोकने, नागरिकों की सुरक्षा और फिलिस्तीन के लिए न्याय पर आगे के प्रयासों पर सोच-विचार कर रहे थे। अरब देशों के विदेश मंत्रियों और इस्लामिक संगठन के महासचिव ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ अहम बैठक की थी। इस बैठक में चीनी मंत्री ने गाजा पट्टी में सीजफायर को प्राथमिकता बताया था। उन्होंने इजरायल से गाजा में कलेक्टिव पनिशमेंट बंद करने और तुरंत ह्यूमैनेटेरियन कॉरिडोर खोलने की मांग की है।