11 दिन में ही बैकफुट पर हमास? आतंकी गुट के कई कमांडर ढेर

जरायल के खिलाफ लड़ाई में हमास के कई कमांडर मारे जा चुके हैं। इजरायली सेना की ओर से गाजा में जोरदार जवाबी हमले से युद्ध के 11वें दिन ही आतंकवादी समूह बैकफुट पर है। रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल संजय कुलकर्णी ने मंगलवार को ये बातें कहीं।उन्होंने कहा, ‘इजरायल और हमास के बीच चल रहा युद्ध इजरायल और फिलिस्तीन के बीच का संघर्ष नहीं है। हमास आतंकवादी संगठन है और उसने ही इजरायल पर पहले हमला किया। इस जंग में कुछ ही दिनों में हमास के कई कमांडर मारे गए हैं। हमास बैकफुट पर है और इजरायल अपने बंधकों को मुक्त कराने की जुगत में है।’

जनरल संजय कुलकर्णी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन की तेल अवीव यात्रा को काफी अहम बताया। उन्होंने कहा कि यह दौरा क्षेत्र से हमास के खात्मे को सुनिश्चित करने और नागरिकों को संकट से बचाने के लिए रणनीतिक महत्व रखता है। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि इजरायल की यह यात्रा बेहद महत्वपूर्ण होने वाली है। इसका गहरा रणनीतिक महत्व है। इजरायल और अमेरिका के बीच 4 दशक पुरानी अच्छी दोस्ती रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन इस संघर्ष सीमित करना चाहते हैं। वह इसे जल्द से जल्द खत्म करने के इच्छुक हैं। उनका प्रयास है कि जहां तक संभव हो यह जंग अब और आगे न बढ़े।’

अमेरिकी राष्ट्रपति की इजरायल यात्रा पर टिकीं नजरें
रक्षा एक्सपर्ट ने कहा कि गाजा पट्टी में नागरिकों तक मानवीय सहायता को नुकसान पहुंचाए बिना हमास का खात्मा कैसे होगा, इस लिहाज से भी यह यात्रा महत्व रखती है।’ व्हाइट हाउस ने बताया कि बाइडन शिखर बैठक के लिए जॉर्डन भी जाएंगे, जहां वह जॉर्डन व मिस्र के राष्ट्राध्यक्ष और फलस्तीन के राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे। बयान में कहा गया, ‘राष्ट्रपति बाइडन हमास के नृशंस आतंकवादी हमले के मद्देनजर इजराइल के प्रति अपना समर्थन जताने और अगले कदमों पर चर्चा करने के लिए 18 अक्टूबर यानी बुधवार को इजरायल जाएंगे। बाइडन इस दौरान दोहराएंगे कि हमास फलस्तीनी लोगों के सम्मान और आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए नहीं खड़ा है। वह गाजा में नागरिकों की मानवीय जरूरतों पर भी चर्चा करेंगे।’

इजरायल पर फॉस्फोरस हथियारों के इस्तेमाल का आरोप
गौरतलब है कि इजरायली सशस्त्र बलों पर फॉस्फोरस हथियारों के इस्तेमाल का भी आरोप लगा है। इजरायल ने कथित तौर पर मंगलवार को फॉस्फोरस वेपन से लेबनानी सीमा पर कई गांवों और गाजा पट्टी के विभिन्न क्षेत्रों पर रात भर गोलीबारी की। ह्यूमन राइट्स वॉच ने दावा किया कि 7 अक्टूबर को हमास की घुसपैठ और उसके बाद रॉकेट हमलों के बाद शत्रुता बढ़ी है। इस दौरान इजरायल ने गाजा और लेबनान के खिलाफ सफेद फास्फोरस हथियारों का इस्तेमाल किया। वहीं, संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि संगठन को इजरायल की ओर से ऐसे हथियारों के संभावित उपयोग पर किसी भी रिपोर्ट की जानकारी नहीं है।

इजरायली हमलों में 2800 से अधिक मौतें
गाजा के गृह मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि खान यूनिस और रफा में घरों को निशाना बनाकर इजरायली सेना ने पूरी रात हमले किए। इसमें 49 फिलिस्तिनियों की मौत हो गई। यह घटना ऐसे समय हुई है जब इजरायल 23 लाख लोगों के एन्क्लेव में आक्रमण तेज करने की तैयारी कर रहा है, जिसके कारण गाजा में मानवीय संकट उत्पन्न हो गया है। गाजा के अधिकारियों ने कहा कि 7 अक्टूबर से इजरायली हमलों में अब तक 2,800 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। इनमें लगभग एक चौथाई बच्चे हैं और 10 हजार से ज्यादा लोग घायल हैं। अस्पतालों में आपूर्ति का अभाव झेल रहे हैं। मालूम हो कि दक्षिणी इजरायली शहरों में हमास की ओर से हमलों में 1,300 इजरायलियों की मौत हुई है। गाजा में 200 से 250 इजरायली बंदी हैं। हमास की सशस्त्र शाखा अल-कसम ब्रिगेड ने यह जानकारी दी।

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