ज्ञानवापी के दक्षिणी हिस्से में स्थित व्यासजी के तहखाने में कोर्ट के आदेश पर पूजा से मुस्लिम समाज में आक्रोश है। इसे लेकर मुस्लिम समाज की तरफ से जुमा यानी शुक्रवार को वाराणसी बंद का ऐलान कर दिया गया है।इस दौरान सभी मस्जिदों में दुआखानी भी होगी। ज्ञानवापी मस्जिद के इमाम और मुफ्ती-ए-बनारस अब्दुल बातिन नोमानी के कहा कि अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए मुस्लिम समाज शुक्रवार को अपना कारोबार बंद रखेंगे। यह बंदी पूरी तरह शांतिपूर्ण होगी। बातिन ने वहां पूजा का अधिकार मांगने वाले व्यासजी के परिवार के दावे पर भी सवाल उठाया। बातिन ने कहा कि 1993 से पहले वहां पूजा-पाठ होने की बातें गलत है। बातिन ने इसके साथ ही लोगों से किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान नहीं देने की अपील की है।अंजुमन इंतिजा़मिया मसाजिद के महासचिव एवं जामे मस्जिद ज्ञानवापी के इमाम बातिन ने कहा कि जामे मस्जिद ज्ञानवापी बनारस के दक्षिणी तहखाने में हिंदू फ़रीक़ को पूजा पाठ की अनुमति से मुसलमानों में काफी नाराज़गी है। इस फैसले के विरोध में मुसलमान कल जुमा के दिन शांतिपूर्ण रूप से अपना कारोबार बंद रखकर जुमा की नमाज़ से असर की नमाज़ तक दुआख़ानी करेंगे।बातिन ने कहा कि मुस्लिम समाज को व्यास परिवार के दावे पर भी घोर आपत्ति है। जिसमें हिन्दू पक्ष और मीडिया द्वारा यह बात फैलाई गई है कि सन् 1993 तक मस्जिद के दक्षिणी तहखाने में पूजा पाठ होती चली आई है। कहा कि यह दावा सरासर बेबुनियाद और ग़लत है। वहां कभी कोई पूजा पाठ नहीं हुई।गौरतलब है कि बुधवार को वाराणसी की जिला जज की अदालत ने ज्ञानवापी के दक्षिणी हिस्से में स्थिति व्यासजी के तहखाने में पूजा की इजाजत दे दी थी। इसके बाद रात में ही डीएम ने यहां व्यवस्था बनाई और भोर में पूजा भी हो गई। गुरुवार की शाम से आम लोगों का दर्शन भी यहां शुरू हो गया है।बातिन का कहना है कि ज़िला जज के फैसले के खिलाफ मुस्लिम पक्ष ने हाईकोर्ट में अर्जी़ दाख़िल की है। मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी ने सभी से शहर में अमन व शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा है कि वह मस्जिदों में दुआखा़नी करें। किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें और बिलावजा इधर-उधर ना जाएं।