राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले जुबानी जंग तेज होती जा रही है। अब कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अशोक गहलोत के जाल में फंस गए हैं क्योंकि पीएम ने यह मान लिया है कि राजस्थान सरकार ने अच्छा काम किया है।चित्तौड़गढ़ में पीएम मोदी के कार्यक्रम के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि Eastern Rajasthan Canal Project (ERCP)को राष्ट्रीय स्तर पर महत्व ना देकर पीएम मोदी ने राजस्थान के लोगों के साथ धोखा किया है।पवन खेड़ा ने आगे कहा, ‘हमारे मुख्यमंत्री ने एक छाल बिछाया और पीएम मोदी इस जाल में फंस गए। पीएम मोदी ने यह कहा कि अगर बीजेपी यहां सत्ता में आती है तो गहलोत सरकार की योजनाओं को बंद नहीं किया जाएगा। जब हमारी योजनाएं अच्छी हैं तो फिर आपको वोट कौन देगा।’इससे पहले चित्तौड़गढ़ की रैली में पीएम मोदी ने कहा कि अशोक गहलोत ने उनसे आग्रह किया था कि राजस्थान में उनकी सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को बंद नहीं किया जाए। ऐसा कह कर गहलोत ने विधानसभा चुनाव में पहले ही हार मान ली है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने गारंटी दी कि बीजेपी इन योजनाओं को खत्म नहीं करेगी।इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीएम मोदी से मांग की थी कि अगर बीजेपी सरकार यहां सत्ता में आती है तो चिरंजिवी हेल्थ इंश्योरेंस और पुरानी पेंशन योजना समेत कांग्रेस सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं को बंद ना किया जाए। पवन खेड़ा ने कहा कि इससे पहले भाजपा विधायक सूर्यकांत व्यास भी गहलोत सरकार की योजनाओं को सर्टिफिकेट दे चुके हैं। पवन खेड़ा ने कहा, ‘अगर हमने अच्छा काम किया है तो हमें ही वोट मिलेगा।’
कांग्रेस ने चुन-चुन कर दिये जवाब
पीएम मोदी ने अपनी रैली में कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार के भी आरोप लगाए थे। इसपर जवाब देते हुए पवन खेड़ा ने कहा कि पीएम मोदी को यह नहीं भूलना चाहिए कि भाजपा विधायक कैलाश मेघवाल ने केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के आऱोप गहलोत पर नहीं बल्कि केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पर है।.पवन खेड़ा ने कहा कि पीएम मोदी को पेपर लीक की बात नहीं करनी चाहिए क्योंकि गुजरात में ऐसा 28 बार हुआ है। वो यहां 12 साल तक मुख्यमंत्री रहे हैं। यह सिर्फ राजस्थान सरकार है जो इस तरह के मामलों में सख्ती से कार्रवाई करती है। पवन खेड़ा ने कहा कि जब पीएम मोदी महिलाओं के खिलाफ अपराध की बात करते हैं तो वो मणिपुर, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश को भूल जाते हैं।