हताशा में हमला

जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में एक बार फिर आतंकवादियों ने घात लगाकर सुरक्षाकर्मियों पर हमला किया, जिसमें पांच जवान शहीद हो गए। हालांकि आंकड़ों के लिहाज से देखा जाए तो इसमें संदेह नहीं कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं में कमी आई है, लेकिन यह भी सच है कि ऐसे कई हमले पिछले कुछ अर्से में हुए हैं।यह संविधान के अनुच्छेद 370 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद किया गया पहला बड़ा आतंकवादी हमला है। ऐसे में इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि इसके पीछे आतंकियों की हताशा से उपजी यह दर्शाने की भावना हो कि उनका वहां अब भी थोड़ा-बहुत प्रभाव बना हुआ है। अगर यह बात सही है तो हो सकता है आने वाले दिनों में ये बचे-खुचे आतंकी तत्व ऐसी और वारदात को अंजाम देने की कोशिश करें। जाहिर है, सुरक्षाकर्मियों को इस लिहाज से भी अपनी तैयारी रखनी होगी।पुंछ और राजौरी के सीमावर्ती जिस इलाके में यह आतंकी हमला हुआ है, वह घने जंगलों के लिए जाना जाता है। डेरा की गली और बुफलियाज के बीच के इस इलाके में चामरेर के जंगल हैं और आगे भाटा धुरियन जंगल शुरू हो जाता है। इसी इलाके में इस साल अप्रैल में सेना के वाहनों पर हुए ऐसे ही हमले में पांच जवान शहीद हुए थे। इसके अगले महीने मई में यहीं एक आतंकविरोधी अभियान के दौरान सेना पर हमला हुआ, जिसमें पांच जवानों की जान गई। यही नहीं, अक्टूबर महीने में फिर यहीं आतंकी हमला हुआ, जिसमें नौ जवान शहीद हुए। ये घटनाएं संकेत देती हैं कि जम्मू-कश्मीर के अन्य हिस्सों में सुरक्षा बलों के दबाव और संभवत: स्थानीय आबादी में कम होते समर्थन के कारण आतंकवादी तत्वों ने इस जंगली इलाके को अपना नया ठिकाना बनाया है। घने जंगल के कारण यहां आतंकियों का छिपना आसान है और जवानों का उन्हें ढूंढना खतरनाक।लेकिन जम्मू-कश्मीर के ज्यादातर इलाकों में जिस तरह से शांति-व्यवस्था लौटी है, पर्यटकों की लगातार बढ़ती संख्या रोजगार के मौके जिस तरह से बढ़ा रही है और सीमा पार से घुसपैठ को जिस तरह से रोका गया है, उन्हें देखते हुए यह समझना मुश्किल नहीं कि आतंकवादियों का यह ठिकाना भी ज्यादा समय तक बना नहीं रह सकता।अच्छी बात यह है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अब अगले साल चुनाव होना भी तय हो चुका है। लोकतांत्रिक प्रक्रिया की बहाली आम लोगों को अपनी इच्छा और आकांक्षा व्यक्त करने के बेहतर मौके मुहैया कराएगी जिससे हिंसक और आतंकी तत्वों के अलग-थलग पड़ने की प्रक्रिया और तेज होगी।

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