दिल्लीवासियों को मार्च के पहले सप्ताह तक नए एक्सप्रेसवे की सौगात मिल सकती है, क्योंकि 29 किलोमीटर लंबे द्वारका एक्सप्रेसवे (Dwarka Expressway) का करीब 75 फीसदी और अर्बन एक्सटेंशन रोड (यूईआर-2) एक्सप्रेसवे का 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने तैयार हिस्से में सेफ्टी ट्रायल करने की अनुमति दे दी है। माना जा रहा है कि इसके पूरा होने के बाद तैयार हिस्से में यातायात शुरू करने की अनुमति मिल सकती है।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मार्च में आचार संहिता लगने की संभावना है। इसको देखते हुए सरकार तैयार प्रोजेक्टों का जल्द लोकार्पण कर सकती है। दिल्ली में इन दो प्रोजेक्ट पर सबसे ज्यादा नजर है, इसलिए अब सड़क सुरक्षा से जुड़े सभी मानकों को पूरा करने के लिए सेफ्टी ट्रायल कराया जाएगा।
अर्बन एक्सटेंशन रोड -2 पर अभी कार्य बचा
फरीदाबाद से शुरू होकर दक्षिणी-पश्चिमी दिल्ली के रास्ते उत्तरी दिल्ली में सिंघु बॉर्डर तक जाने वाली अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 का निर्माण काफी समय से चल रहा है। 75 किलोमीटर लंबी रोड पर नजफगढ़ के पास 10 किलोमीटर हिस्से का काम पिछड़ रहा है। बाकी तकरीबन तैयार हो चुका है। कुछ हिस्से में सड़क सुरक्षा से जुड़े कार्य बचे हैं, जिन्हें अधिकतम एक माह में पूरा कर लिया जाएगा।
द्वारका एक्सप्रेसवे बनने से ट्रैफिक कम होगा
दिल्ली-जयपुर हाईवे पर एयरपोर्ट कॉरिडोर से लेकर गुरुग्राम बॉर्डर तक भारी जाम रहता है। इससे निजात दिलाने के लिए शिव मूर्ति चौक से दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे स्थित खेड़की दौला टोल प्लाजा तक एक्सप्रेसवे बन रहा है। बता दें कि देश के पहले एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेसवे के तौर पर पहचान बनाने वाले द्वारका एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 29 किलोमीटर है और इसका 19 किलोमीटर का हिस्सा हरियाणा यानी गुरुग्राम में आता है। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण पर कुल 9000 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत आएगी और इसे चार हिस्सों में बांट कर तैयार किया गया है। दिल्ली में 10 किलोमीटर का हिस्सा आता है। दिल्ली का काम 93 फीसदी हो चुका है।