इजरायल पर 7 अक्टूबर को हमास के भीषण हमले की कई वजहें बताई जा रही हैं, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जो दावा किया है, उसका इंडिया कनेक्शन भी है। जो बाइडेन का कहना है कि हमास के हमले की एक वजह इंडिया-मिडल ईस्ट-यूरोप इकनॉमिक कॉरिडोर भी है।यह कॉरिडोर पूरे इलाके को रेल, रोड और बंदरगाहों के नेटवर्क से जोड़ने वाला है। बाइडेन ने कहा, ‘मुझे लगता है कि हमास ने जो हमला किया, उसकी एक वजह यह क़ॉरिडोर भी है। इसके बारे में मेरे पास कोई प्रूफ नहीं है, लेकिन ऐसा मेरा मन कहता है। इससे इजरायल समेत पूरे इलाके को जोड़ा जाना है और यह बेहद अहम है। हम इस काम को पीछे नहीं छोड़ सकते।’ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बनीज से बातचीत के बाद मीडिया से चर्चा में बाइडेन ने यह कहा। दरअसल यह प्रोजेक्ट भारत को पश्चिम एशिया होते हुए यूरोप तक पहुंचाने वाला है। इसका रूट यूएई होते हुए इजरायल के हाइफा से गुजरता है। वहीं सऊदी अरब और अमेरिका भी इसके अहम पार्टनर हैं। यूरोप में यह इटली के रास्ते होते हुए जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन जैसे बड़े देशों को जोड़ेगा। दिल्ली में जी-20 समिट के दौरान ही इसे लेकर समझौता हुआ है। इस समझौते पर भारत और अमेरिका के अलावा यूएई, सऊदी अरब, फ्रांस, जर्मनी, इटली और यूरोपियन यूनियन ने भी साइन किए हैं।इस कॉरिडोर से भारत को उम्मीद है कि यह पश्चिम एशिया से होते हुए यूरोप तक उसके माल को पहुंचाएगा। इससे आवाजाही आसान होगी। यही नहीं भारत में भी इसके लिए 3.5 लाख करोड़ रुपये खर्च करने का प्लान है। इसके तहत पूरे देश के रेल नेटवर्क को पश्चिमी बंदरगाहों से जोड़ा जाएगा। ऐसा इसलिए होगा ताकि कोई भी माल देश के किसी भी हिस्से से 36 घंटे के अंदर ही बंदरगाहों तक पहुंच सके। इसके तहत भी दो कॉरिडोर अलग-अलग बनने हैं। पहला पूर्वी कॉरिडोर होगा, जो भारत से पश्चिम एशिया को जोड़ेगा।इसके बाद दूसरा नॉर्थ कॉरिडोर कहलाएगा, जो पश्चिम एशिया से यूरोप तक पहुंचा देगा। इस कॉरिडोर में रेल लाइन, बंदरगाहों का विकास और रोड नेटवर्क भी शामिल है। इसके तहत यह लक्ष्य है कि भारत ही नहीं बल्कि दक्षिण पूर्व एशिया तक से यूरोप को जोड़ दिया जाए और माल की निर्बाध सप्लाई एक-दूसरे के इलाके में होती रहे। हाल ही में बाइडेन ने इसकी सराहना की थी और कहा था कि इससे दो महाद्वीपों में समृद्धि आएगी और बड़े पैमाने पर निवेश भी मिल सकेगा। इस बीच इजरायल और हमास की जंग तेज हो गई और नेतन्याहू ने किसी भी वक्त जमीना हमला भी शुरू करने की बात कही है।