लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने अपने बड़े चेहरों को चुनाव मैदान में पूरी तैयारी के साथ उतारना शुरू कर दिया है। तो वहीं कांग्रेस अपने बड़े चेहरों को चुनावी मैदान में उतारने से कतरा रही है। या यू कहें कि कांग्रेस के बड़े नेता बीजेपी के बड़े चेहरों के सामने उतरना ही नहीं चाहते। लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों की दो सूची जारी हो चुकी है। फिलहाल 82 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान हुआ है लेकिन पार्टी के कई बड़े नेता चुनाव लड़ने से किनारा कर रहे हैं। दो लिस्ट आ जाने के बाद भी दिल्ली में अब तक कांग्रेस के खाते में गई तीन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं हुआ है।कांग्रेस की दोनों लिस्ट मिलाकर अब तक कुल 82 प्रत्याशियों का ऐलान हुआ है। हालांकि दूसरी सूची जारी होते ही कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं। कांग्रेस की पहली लिस्ट जारी होने के बाद यह चर्चा तेज हो गई थी कि कांग्रेस इस बार अपने बड़े नेताओं को मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है। कांग्रेस की पहली लिस्ट में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल इन नेताओं का नाम शामिल था। इस लिस्ट के जारी होने के बाद यह चर्चा तेज हो गई कि मध्य प्रदेश में कमनलनाथ, दिग्विजय सिंह, राजस्थान में अशोक गहलोत, सचिन पायलट, उत्तराखंड में हरीश रावत, पंजाब से नवजोत सिंह सिद्धू समेत कई और बड़े नेताओं को नेताओं को पार्टी इस बार लोकसभा के चुनावी मैदान में उतारेगी। हालांकि कांग्रेस की दूसरी लिस्ट आने के बाद यह तस्वीर लगभग साफ हो चुकी है कि पार्टी कि बड़े नेता अब चुनाव लड़ने से किनारा कर रहे हैं।लोकसभा चुनाव से ठीक पहले अटकलें लगाई जा रही हैं कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। सूत्रों के हवाले से खबर है कि खरगे इस बार का लोकसभा चुनाव लड़ने की बजाय पार्टी के चुनावी कैंपेन को लीड करना चाहते हैं।वर्तमान में खरगे राज्यसभा में नेता विपक्ष हैं।इसी तरह मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे यह क्लियर हो गया है। कांग्रेस की दूसरी लिस्ट में कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को छिंदवाड़ा से टिकट मिला है। कुछ दिन पहले ऐसी चर्चा थी कि पार्टी उन्हें मध्य प्रदेश की जबलपुर सीट से लड़ाना चाहती है। हालांकि दूसरी सूची जारी होने से पहले ही उन्होंने क्लियर कर दिया कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे।एक और नेता पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को लेकर भी ऐसी खबरें सामने आ रही हैं कि वह इस बार का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। हालांकि इस पर अभी उनकी ओर से कोई बयान नहीं आया है। वहीं दूसरी लिस्ट के बाद भी उनके गुना सीट से लड़ने की चर्चा पार्टी के भीतर हो रही है। गुना से बीजेपी ने ज्योतिरादित्य सिंधिंया को उम्मीदवार बनाया है।राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बारे में भी ऐसी चर्चा है कि वह लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे। वह चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं बताए जा रहे हैं। अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को टिकट मिला है। 2014 और उसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने इस राज्य में क्लीन स्वीप किया है। पार्टी के बड़े नेता चुनावी मैदान में उतरने को राजी नहीं बताए जा रहे हैं।कांग्रेस की दूसरी लिस्ट जैसे ही आई उसमें भी सचिन पायलट का नाम नहीं था। इस लिस्ट के आने के बाद मतलब साफ है कि वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। राजस्थान में पहले ऐसी चर्चा थी कि पायलट को टोंक-सवाईमाधोपुर से पार्टी चुनावी मैदान में उतार सकती है। कांग्रेस ने इस सीट से दूसरे उम्मीदवार का मैदान में उतारा है।हरीश रावत ,पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व क्रिकेट नवजोत सिंह सिद्धू ने लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है।मतलब साफ़ है की कांग्रेस के कई बड़े नेता हार के डर से अपने आप को चुनाव से अलग कर लिया है।