भगत सिंह से तुलना और जेल से जीतने का दम; पहली बार केजरीवाल ने की इस्तीफे की बात

थित शराब घोटाले को लेकर मुश्किलों का सामना कर रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर जोरदार हमला किया है। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दल के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कहा कि ‘आप’ से सत्ता छीनने के लिए केस बनाकर बड़े नेताओं को फंसाने की कोशिश की जा रही है।केजरीवाल ने भगत सिंह का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें भी जेल जाने में दिक्कत नहीं है। उन्होंने पहली बार सार्वजनिक मंच से अपने इस्तीफे पर भी बात की और कहा कि वह इसे जूते के नोंक पर लेकर चलते हैं। उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों में जनता से पूछकर इसका फैसला किया जाएगा।

केजरीवाल ने शराब घोटाले को फर्जी करार दिया और कहा कि उनकी सरकार को हटाने के लिए सबको गिरफ्तार किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘एक फर्जी शराब घोटाला बनाकर उन्होंने हमारे संजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया, सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार कर लिया, मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया, विजय नायर को गिरफ्तार कर लिया। अब मुझे गिरफ्तार करने जा रहे हैं। इनका मकसद है कि किसी भी तरह से आम आदमी पार्टी के टॉप नेतृत्व को गिरफ्तार करके आम आदमी पार्टी को और सरकार को तितर-बितर कर दिया जाए। इस तरह नरेंद्र मोदी जी दिल्ली में अपनी सरकार बनाना चाहते हैं। उनको पता है कि चुनाव में नहीं हरा सकते हैं। मैं उनको कहना चाहता हूं कि केजरीवाल को भले जेल में डाल दो, जेल से भी जीत जाएगी आम आदमी पार्टी की सरकार।’

केजरीवाल ने मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने बहुत बड़ी कुर्बानी की है। उन्होंने कहा कि इन नेताओं से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ये भगत सिंह के रास्ते पर चलकर जेल की सलाखों के पीछे देश के लिए लड़ रहे हैं। केजरीवाल ने आगे कहा, ‘हम लोग जेल जाने से नहीं डरते। जेल हमारे लिए भूषण है। एक क्रांतिकारी के लिए जेल भूषण होती है। एक बार 15 दिन रहकर आया था। अंदर ठीक-ठाक इंतजाम होता है। अगर भगत सिंह जेल में रह सकते हैं, मनीष सिसोदिया 9 महीने रह सकता है, सत्येंद्र जैन एक साल रह सकता है तो मुझे जाने में क्या दिक्कत है। मैं भी चला जाऊंगा।’

इस्तीफे पर क्या बोले केजरीवाल
केजरीवाल ने पहली बार अपने इस्तीफे को लेकर सार्वजनिक रूप से बयान दिया। उन्होंने कहा कि वह इस्तीफा जूते की नोंक पर लेकर चलते हैं, लेकिन दिल्ली की जनता से पूछकर फैसला करेंगे। केजरीवाल ने कहा, ‘हमें सत्ता का लालच नहीं है। 49 दिन के बाद इस्तीफा नहीं देता। किसी ने मुझसे इस्तीफा मांगा नहीं था। दुनिया का पहला सीएम हूं जिसने अपनी मर्जी से 49 दिन के बाद इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा मैं अपने जूते की नोंक पर लेकर चलता हूं। मुझे मुख्यमंत्री की कुर्सी का लालच नहीं है। लेकिन हमें यह देखना है कि हमें इनकी साजिश में नहीं फंसना। मुझे इस्तीफा देना चाहिए या जेल से सरकार चलानी चाहिए। इस पर मैं अलग-अलग लोगों से चर्चा कर रहा हूं। सारे विधायकों, पार्षद और वॉलंटियर्स से चर्चा की है। हम दिल्ली की जनता की मर्जी के बिना कुछ नहीं करेंगे। आप लोगों को दिल्ली में घर-घर जाकर जनता से पूछना है कि क्या करना चाहिए। जैसे हमने 28 सीटें आने के बाद कांग्रेस से समर्थन के लिए जनता से पूछा था।’

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