भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम ने रचा इतिहास, पहली बार जीता सिल्वर मेडल

भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम ने एशियाई खेलों के पुरुष बैडमिंटन टीम स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीता है। चीन ने फाइनल में भारत को 3-2 से हराया। पुरुष बैडमिंटन फाइनल में टीम स्पर्धा के पहले एकल मैच में लक्ष्य सेन ने निर्णायक गेम में 8-13 से वापसी करते हुए मैच जीता और भारत को फाइनल में दमदार शुरुआत दिलाई।

लक्ष्य सेन ने चीन के शि वाई के खिलाफ 22-20, 14-21, 21-18 से जीत हासिल की।सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी युगल मुकाबले में पहला गेम 21-15 से जीतने में सफल रहे और दूसरा गेम 21-18 से अपने नाम करके मुकाबला जीता। किदांबी श्रीकांत ने ली को पहले गेम में कड़ी टक्कर दी लेकिन 22-24 से हार गए और दूसरा गेम चीन के ली ने 21-9 से जीता। कृष्णा प्रसाद गर्ग और ध्रुव कपिला की जोड़ी 6-21, 15-21 से हारी। निर्णायक मुकाबले में मिथुन मंजुनाथ को 0-2 से हार का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम एशियाड की इस स्पर्धा में पहली बार फाइनल में पहुंची थी।

भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम ने रोमांचक सेमीफाइनल में शनिवार को कोरिया को 3-2 से शिकस्त देकर एशियाई खेलों के फाइनल में जगह बनाई थी। विश्व रैंकिंग में सातवें स्थान पर काबिज एचएस प्रणय ने सेमीफाइनल में जियोन ह्योक जिन को 18-21, 21-16, 21-19 से हराया था लेकिन फाइनल में चोट के कारण वह उपलब्ध नहीं थे।

भारतीय पुरुष टीम ने बैडमिंटन टीम चैम्पियनशिप में सियोल 1986 में आखिरी बार पदक जीता था। इसमें प्रकाश पादुकोण और विमल कुमार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। भारत ने अब तक एशियाई खेलों के इतिहास में 10 बैडमिंटन पदक जीते हैं, जिनमें तीन व्यक्तिगत एकल पदक, तीन पुरुष टीम कांस्य, दो महिला टीम कांस्य के अलावा पुरुष युगल और मिश्रित युगल में एक-एक पदक शामिल हैं।

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