भारतीय क्रिकेट टीम इसी महीने से एक बार फिर एक्शन में लौटने वाली है. वह बांग्लादेश के खिलाफ 2 मैचों की घरेलू टेस्ट सीरीज खेलेगी. इस सीरीज के पहले मैच के लिए भारतीय टीम का ऐलान पहले ही किया जा चुका है, जो 19 सितंबर से चेन्नई में खेला जाएंगा.ये मैच भारतीय क्रिकेट के लिए काफी खास रहने वाली है. टीम इंडिया अगर इस मुकाबले में बाजी मार लेती है तो वह एक ऐसा कारनामा कर देगी जो भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अभी तक नहीं हुआ है.
टीम इंडिया के पास इतिहास रचने का मौका
टेस्ट क्रिकेट में भारत ने अपना पहला मैच 1932 में खेला था. वहीं, भारत ने अपना पहला टेस्ट मैच 1952 में जीता था. यानी टीम इंडिया को टेस्ट क्रिकेट में जीता का खाता खोलने के लिए लगभग 20 साल का समय लगा था. लेकिन आज के समय में भारत को हराना किसी के लिए भी आसान नहीं है. टीम इंडिया को मॉडर्न क्रिकेट में टेस्ट की सबसे बेहतरीन टीम माना जाता है. वह अब एक बड़ा कारनामा करने के काफी करीब है.
दरअसल, टीम इंडिया ने अभी तक 579 टेस्ट मैच खेले हैं. इस दौरान उसने 178 टेस्ट मैच जीते हैं और इतने ही मैचों में उसे हार मिली है. वहीं, 222 मैच ड्रॉ और 1 मुकाबला टाई रहा था. ऐसे में टीम इंडिया अगर बांग्लादेश को सीरीज के पहले मैच में हरा देती है तो उसके खाते में हार से ज्यादा जीत हो जाएंगी. ये भारतीय क्रिकेट के इतिहास में पहला मौका होगा जब टीम इंडिया की टेस्ट फॉर्मेट में हार से ज्यादा जीत होंगी. बता दें, बांग्लादेश ने टीम इंडिया को कभी भी टेस्ट मैच में नहीं हराया है, ऐसे में भारतीय टीम के पास इतिहास रचने का एक बड़ा मौका है.
2000 के बाद भारतीय टेस्ट क्रिकेट में आया बदलाव
साल 2000 तक टेस्ट फॉर्मेट में भारतीय टीम का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था. वह 336 मैचों में 63 जीत ही अपने नाम कर सकी थी और 112 मैचों में हार का सामना किया था. इसके बाद भारतीय क्रिकेट में काफी बदलाव आया. 2001 से अब तक भारत ने 243 मैचों में 115 मैच जीते हैं और सिर्फ 66 हारे हैं. इस दौरान 62 मैच ड्रा रहे हैं. रोहित शर्मा की कप्तानी में भी टीम का प्रदर्शन काफी शानदार रहा है. भारत ने रोहित की कप्तानी में 16 में से 10 टेस्ट मैच जीते हैं और सिर्फ 4 मैचों में ही उन्हें हार मिली है.