बनारस रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार रात डीआरआई की वाराणसी इकाई ने बनारस-नई दिल्ली सुपरफास्ट एक्सप्रेस की एसी बोगी बी-5 से दो तस्करों को 2.368 किग्रा सोना के साथ गिरफ्तार किया। इसकी कीमत करीब एक करोड़ 63 लाख 81 हजार 91 रुपये आंकी गई है।गिरफ्तार तस्कर पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदनीपुर के फतेबार (देवरा) निवासी आशीष राणा और नई दिल्ली के करोल बाग के अशोक विहार निवासी तपस मिद्या को शनिवार को रिमांड मजिस्ट्रेट वर्तिका शुभानंद की कोर्ट में पेश किया गया।विशेष लोक अभियोजन अधिकारी उदय बहादुर सिंह ने डीआरआई की ओर से पक्ष रखा। कोर्ट ने दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। दोनों ने बताया कि बरामद सोना बांग्लादेश और म्यांमार के रास्ते पश्चिम बंगाल लाया गया था। पश्चिम बंगाल से दूसरे तस्कर इसे लेकर वाराणसी पहुंचे थे। वे दोनों बनारस से सोना और गहने लेकर नई दिल्ली जा रहे थे।
दिल्ली में ज्वेलरी शॉप पर देना था सोना
आशीष राणा और तापस मिद्या से पूछताछ के बाद डीआरआई टीम सिंडिकेट में शामिल अन्य सदस्यों से भी पूछताछ करेगी। दोनों ने जब्त किया गया सोना विदेशी मूल का है। जिसे तस्करी करके लाया गया है। वे इसे दिल्ली के प्रशांत हनरा नामक सर्राफ को देने के लिए ले जा रहे थे। वह आभूषण की दुकान चलाता है। वाराणसी में हनी ज्वेलरी नामक आभूषण की दुकान के जरिये चंदू नामक व्यक्ति से दोनों सोना मिला था। डीआरआई की टीम वाराणसी और नई दिल्ली के ज्वेलरी कारोबारियों से भी पूछताछ करेगी।