केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के मुजफ्फरपुर में दिए भाषण से साफ कर दिया कि बीजेपी की अब जेडीयू से दोस्ती नहीं होने वाली है। शाह इस बार आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से ज्यादा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर आक्रामक दिखे।उन्होंने कई बार नीतीश को पलटूराम कहकर भी संबोधित किया। अमित शाह ने यहां तक कह दिया कि प्रधानमंत्री बनने के लालच में नीतीश कुमार ने बिहार के जनादेश का अपमान कर दिया और लालू के साथ जाकर मिल गए। बता दें कि नीतीश कुमार ने पिछले महीने मोतिहारी में एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के सामने कहा था कि बीजेपी के नेताओं से उनकी दोस्ती है। इसके बाद नीतीश के फिर से एनडीए में जाने की अटकलें भी लगने लगीं।
अमित शाह ने लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर रविवार को मुजफ्फरपुर में बीजेपी की जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। इस बार उन्होंने लालू यादव से ज्यादा नीतीश को निशाने पर लिया। दो महीने पहले झंझारपुर में हुई रैली में शाह, नीतीश पर कम आक्रामक दिखे थे। मगर मुजफ्फरपुर में शाह के उनके खिलाफ जो रवैया रहा वो अब सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है। माना जा रहा है कि शाह ने अपने भाषण से साफ कर दिया कि भविष्य में अब उनकी पार्टी नीतीश के साथ समझौता नहीं करेगी।
अमित शाह ने नीतीश को बार-बार पलटूराम कहा
मुजफ्फरपुर में मंच से भाषण देते हुए अमित शाह ने कई बार नीतीश को पलटूराम कहकर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने एनडीए को वोट दिया था, मगर एक पलटूराम ने पलटी मारकर जनादेश का द्रोह किया। उन्होंने जनता से कहा कि आपने लालू यादव के जंगलराज के खिलाफ वोट दिया, मगर पलटूराम (नीतीश कुमार) ने पीएम बनने के लिए बिहार का अपमान किया और राज्य को जंगलराज की भेंट चढ़ा दिया।
शाह ने नीतीश कुमार की विपक्षी एकता की मुहिम पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि नीतीश ने पीएम बनने के लिए विपक्ष को एकजुट किया, मगर INDIA गठबंधन में उन्हें संयोजक तक नहीं बनाया गया। INDIA अलायंस का मकसद सिर्फ नरेंद्र मोदी का विरोध करना है, ये भ्रष्टाचारियों का गठबंधन है। पूर्व में भ्रष्टाचार का विरोध करने वाले नीतीश बाबू आज उन्हीं के साथ मिलकर सत्ता का सुख भोग रहे हैं।
झंझारपुर में नीतीश से ज्यादा लालू पर आक्रामक थे अमित शाह
बीते 16 सितंबर को मधुबनी जिले के झंझारपुर में अमित शाह की रैली हुई थी। उसमें गृह मंत्री ने नीतीश से ज्यादा लालू यादव पर अपने भाषण में आक्रामकता दिखाई थी। उन्होंने कहा था कि लालू यादव बिहार की राजनीति में एक्टिव हो गए हैं। ऐसे में राज्य कहां तक जाएगा, यह आप समझ जाइए। शाह ने अपने भाषण में लालू के भ्रष्टाचार एवं घोटाले के मामलों का भी जिक्र किया था। हालांकि, मुजफ्फरपुर में हुई रैली में उनका फोकस नीतीश पर ज्यादा रहा।
नीतीश ने कही थी बीजेपी नेताओं से दोस्ती की बात
मोतिहारी में सेंट्रल यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में नीतीश कुमार ने बीजेपी नेताओं से कहा था कि आप लोगों से संबंध हमेशा रहेगा। आप हमारे दोस्त हैं, आगे भी रहेंगे। इसके बाद बिहार के सियासी गलियारों में हलचल मच गई। बाद में नीतीश ने सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया। उन्होंने सिर्फ पुराने साथियों के साथ मिलकर जो काम किए थे, उनके बारे में कह रहे थे।