समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कांग्रेस के लिए लोकसभा सीटों का ऑफर बढ़ा दिया है। अब अखिलेश यादव की ओर से कांग्रेस को 17 सीटों का प्रस्ताव दिया गया है। सपा सूत्रों का कहना है कि यह हमारी ओर से आखिरी ऑफर है।यदि कांग्रेस इस पर राजी हो जाती है तो अखिलेश यादव राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होंगे। सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया, ‘हमने कांग्रेस को 17 लोकसभा सीट की अंतिम पेशकश की है। इस पेशकश पर कांग्रेस की स्वीकृति के आधार पर रायबरेली में न्याय यात्रा में अखिलेश यादव का शामिल होना निर्भर करेगा।हालांकि उन्होंने उन सीट के नाम बताने से इनकार किया जिनकी पेशकश कांग्रेस को की गई है। गांधी की अगुवाई में भारत जोड़ो न्याय यात्रा सोमवार को अमेठी से गुजरेगी जिसके बाद वह रायबरेली में प्रवेश करेगी। सपा प्रमुख ने पहले कहा था कि वह रायबरेली में राहुल की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होंगे। कांग्रेस ने कल रात अमेठी में एक बयान जारी कर कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे अमेठी में इस यात्रा में उपस्थित रहेंगे। इससे पूर्व, सपा ने देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में 11 सीट की पेशकश की थी, जबकि कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने अधिक सीट की मांग की है।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने पहले कहा था कि उनकी पार्टी को करीब दो दर्जन सीट दी जानी चाहिए जहां 2009 के लोकसभा चुनाव में उसने जीत हासिल की थी। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन में साझीदार हैं। कांग्रेस ने पिछली बार उत्तर प्रदेश में एकमात्र रायबरेली की सीट जीती थी। उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीट हैं। बता दें कि अखिलेश यादव का कार्यक्रम तय था, लेकिन सोमवार को उन्होंने कहा कि पहले हमारे बीच सीटों का बंटवारा हो जाए, उसके बाद ही यात्रा में जाएंगे। इस बीच उन्होंने 15 सीटों का ऑफर दिया था, लेकिन कांग्रेस के राजी न होने के बाद आंकड़ा बढ़ाकर 17 कर दिया गया है।बता दें कि कांग्रेस से सीटों पर समझौता होने से पहले ही अखिलेश यादव अब तक 27 कैंडिडेट्स का ऐलान कर चुके हैं। उन्होंने 16 उम्मीदवारों की लिस्ट पहले ही जारी की थी और अब 11 और उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। इनमें गाजीपुर सीट से अफजाल अंसारी शामिल हैं। इसके अलावा हरदोई, आंवला, बहराइच, चंदौली और गोंडा जैसी सीटों पर भी अखिलेश यादव ने कैंडिडेट घोषित कर दिए हैं। हालांकि अब तक कांग्रेस के प्रभाव वाली सीटों को लेकर सपा ने कोई फैसला नहीं लिया है।