ज्ञानवापी पहुंचे सीएम योगी, काशी विश्वनाथ के बाद ऐतिहासिक मूर्तियों का किया दर्शन-पूजन

सीएम योगी मंगलवार को दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे। इस दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन के साथ ही ज्ञानवापी के दक्षिण में स्थित व्यासजी के उसी तहखाने में भी पहुंचे जिसे लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था।सीएम योगी ने तहखाने में रखी ऐतिहासिक मूर्तियों का दर्शन पूजन किया। वाराणसी की जिला अदालत के निर्देश पर 31 जनवरी को इस तहखाने में पूजा की इजाजत मिली थी। अदालत का निर्देश मिलते ही ट्रेजरी से मूर्तियां यहां लाकर रखी गईं और 31 साल बाद यहां पूजा पाठ शुरू हुई थी। व्यास परिवार ने अदालत में दावा किया था कि 1993 में ज्ञानवापी की घेरेबंदी के दौरान तहखाने को भी घेर दिया गया था। इससे यहां पूजा पाठ बंद हो गई थी। अदालत के निर्देश पर हुए एएसआई सर्वे में यहां से कई मूर्तियां भी मिली थीं। अदालत के आदेश पर इन मूर्तियों को ट्रेजरी में डीएम की निगरानी में रख दिया गया था।अदालत के आदेश पर ज्ञानवापी के तहखाने में पूजा पाठ शुरू होने के बाद पहली बार सीएम योगी का वाराणसी दौरा हो रहा है। सीएम योगी वाराणसी आने पर हर बार काशी विश्वनाथ मंदिर जरूर जाते हैं। यूपी का मुख्यमंत्री बनने के बाद से अब तक सात सालों में सौ से अधिक बार सीएम योगी यहां आ चुके हैं। फिलहाल इस बार वह पीएम मोदी के अगले हफ्ते प्रस्तावित दौरे की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे थे। सीएम योगी ने सबसे पहले उन स्थलों का निरीक्षण किया जहां पीएम मोदी को जाना है। इसके बाद अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।इससे पहले वाराणसी पहुंचते ही सीएम योगी करिखयांव स्थित अमूल प्लांट का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने पीएम मोदी के वाराणसी दौरे के दौरान सभी समुचित व्यवस्थाएं समय से पहले पूरी करने का अधिकारियों को निर्देश दिया। परियोजनाओं के निर्माण में अधिग्रहित होने वाले भवनों एवं जमीनों का समुचित मुआवजा संबंधित पक्ष को देने का आदेश भी दिया।सीएम योगी ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में मिल रही शिकायतो को गंभीरता से लिया। कहा कि किसी भी स्तर पर गड़बड़ी पाये जाने पर जिम्मेदार अधिकारियों एवं संबंधित व्यक्तियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए। वाराणसी में चल रही निर्माण परियोजनाओं को युद्धस्तर पर अभियान चलाकर गुणवत्ता के साथ समय से पहले पूरा करने का निर्देश दिया।

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