यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने बेधड़क बयानों और फैसलों को लेकर हमेशा से ही चर्चा में रहते हैं। चाहें वह विपक्ष पर हमला हो या फिर माफियाओं पर कार्रवाई। सीएम योगी का इन दिनों एक बयान काफी चर्चा में है।इस बयान में सीएम योगी ने पाकिस्तान के सिंध प्रांत को वापस लाने की बात कही है। दरअसल उत्तराखंड के तीन दिवसीय दौरे से सीएम योगी रविवार को लखनऊ आए थे। सीएम योगी यहां से सीधे राष्ट्रीय सिंधी अधिवेशन के कार्यक्रम में शामिल होने चले गए। सीएम योगी कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘500 साल बाद अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बन रहा है। जनवरी में प्रधानमंत्री द्वारा रामलला को पुनः अपने मंदिर में विराजमान कराया जाएगा।अगर 500 सालों के बाद श्री राम जन्मभूमि वापस ली जा सकती है तो कोई कारण नहीं कि हम सिंधु पाकिस्तान से वापस ना ले पाएं। हमें देश की एकता और अखंडता से खिलवाड़ करने वाले को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार रहना चाहिए। सिंधी समुदाय भारत के सनातन धर्म का अभिन्न अंग है। कठिन परिस्थितियों में भी समाज अपने प्रयासों से आगे बढ़ा है। इसने शून्य से शिखर तक कैसे पहुंचा जाए, इसका उदाहरण पेश किया है। सीएम योगी के इस बयान के बाद से कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाने शुरू कर दिए। इसके बाद जमकर तालियां भी बजीं।
एक व्यक्ति की जिद की वजह से हुआ देश का बंटवारा
सीएम योगी ने कहा कि सिर्फ एक व्यक्ति की जिद की वजह से देश का बंटवारा हुआ। विभाजन की त्रासदी में लाखों लोगों का कत्लेआम हुआ। भारत का एक बड़ा भू-भाग पाकिस्तान के रूप में चला जाता है। उन्होंने कहा कि सिंधी समाज ने उस दर्द को सबसे ज्यादा सहा है, उन्हें अपने मातृभूमि को छोड़ना पड़ा। आज भी आतंकवाद के रूप में हमें विभाजन की त्रासदी का दंश झेलना पड़ता है। सीएम योगी ने कहा कि कोई भी सभ्य समाज आतंकवाद, उग्रवाद या किसी भी प्रकार की अराजकता को कभी मान्यता नहीं दे सकता। अगर मानवता के कल्याण के मार्ग पर हमें आगे बढ़ाना है तो समाज की दुष्प्रवृत्तियों को समाप्त करना होगा। हमारे धर्मग्रंथ भी हमें यही प्रेरणा देते हैं। पूज्य झूलेलाल जी हों या भगवान श्रीकृष्ण, सबने मानव कल्याण के लिए सज्जन के संरक्षण और दुर्जन को समाप्त करने की बात कही है।
देश है तो धर्म और समाज
सीएम योगी ने कहा कि देश है तो धर्म है, धर्म है तो समाज है और समाज है तो हम सभी का अस्तित्व है। हमारी प्राथमिकता इसी अनुरूप होनी चाहिए। देश का सौभाग्य है कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद भारत के अंदर अपने अंतिम सांसें गिन रहा है। कहा कि 1947 में बंटवारे जैसी त्रासदी फिर कभी न आने पाए, इसके लिए हमें राष्ट्र प्रथम का संकल्प लेना चाहिए। राष्ट्र की एकता और अखंडता के प्रति खिलवाड़ करने वाले को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए हमें तैयार रहना चाहिए।
शून्य से शिखर तक की यात्रा का सबसे बड़ा उदाहरण सिंधी समाज
सिंधी समाज भारत के सनातन धर्म का अभिन्न हिस्सा है। इस समाज ने सम-विषम परिस्थतियों में अपने पुरुषार्थ से खुद को आगे बढ़ाया है। शून्य से शिखर तक यात्रा कैसे होती है, भारत के अंदर सिंधी समाज इसका बड़ा उदाहरण है। विशिष्ट अतिथि शिव शान्ति आश्रम के शहजादा साईं मोहन लाल साहब थे।