यूपी विधानसभा के बजट सत्र के अंतिम दिन सपा प्रमुख अखिलेश यादव भरी विधानसभा में अचानक से सीट से उठ गए और सीएम योगी के सामने ही वित्तमंत्री सुरेश खन्ना को कंजूस कह दिया। दरअसल वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने सोमवार को विधानसभा में सात लाख 36 हजार 437 करोड़ रुपये का बजट पेश किया था।इसके बाद नेता विरोधी दल अखिलेश यादव ने बजट पर कई तरह के सवाल उठाए। अखिलेश के सवालों का जवाब सीएम योगी ने अपने भाषणों के जरिए दिया। इसके बाद सुरेश खन्ना ने भी विपक्ष के कुछ सवालों का जवाब देना शुरू किया तो सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बीच में टोकते हुए बोले, योगी जी ने कंजूस वित्तमंत्री बनाया है, ये सुनकर विपक्ष के लोगों ने ठहाके लगाए।
अच्छी दवाई के लिए कितना आवंटन?
विधानसभा में बजट सत्र के दौरान अखिलेश यादव ने पूछा, इस बजट में अच्छी दवाई और अच्छी पढ़ाई के लिए कितना आवंटन हैं? सरकार बताये कि बिजली के प्लांट के लिए कितना बजट हैं। सरकार बतायें कि सड़कों के गड्ढे भरने के लिए बजट हैं या नहीं? उन्होंने पूछा कि पिछले सात वर्ष में गड्ढे भरने के बहाने कितना पैसा खर्च किया गया हैं? उन्होंने बजट के बड़े आकार पर कहा, बड़ा हुआ तो क्या हुआ, जैसे पेड़ खजूर, पंछी को छाया नहीं फल लागे अति दूर…। यादव ने कहा कि भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है लेकिन देश के 80 करोड़ लोग सरकारी राशन पर निर्भर हैं। वरिष्ठ नागरिकों को रेल किराये में छूट नहीं। युवाओं के लिए सेना में सिर्फ चार साल की अग्निवीर की भर्ती है।
आंकड़ों में उलझा रही है यूपी सरकार : अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा प्रदेश का बजट सात लाख करोड़ का हो या आठ लाख करोड़ का लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही रहेगा कि प्रदेश की 90 फीसदी जनता के लिए उसमें क्या है? भाजपा की नीति आम जनता के लिए नही हैं। प्रदेश सरकार 10 प्रतिशत संपन्न लोगों के लिए 90 प्रतिशत बजट रखती हैं और 90 प्रतिशत जरूरतमंद जनता के लिए नाम मात्र दस फीसदी बजट। सपा प्रमुख ने कहा, उप्र की सरकार हमें आंकड़ों में उलझाती हैं। सीधी सीधी यह बात बतायें कि इस बजट से महंगाई से कितनी राहत मिलेगी। इस बजट में कितने युवाओं को रोजगार मिलेगा? अपराध और भ्रष्टाचार कम करने के उपायों पर कितना खर्च दिया जायेगा। मंदी और जीएसटी की मार झेल रहे काम, कारोबार और दुकानदारी को बढ़ावा देने के लिए क्या प्रावधान हैं? क्या इस बजट में किसान की बोरी की चोरी रूकेगी या नहीं। फसल का सही दाम या किसानों की आय दोगुनी होगी या नहीं?